लालू के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव RJD से आउट, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने किया दावा
लालू की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। लालू के बड़े बेटे तेज प्रताप ने प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद पर कई आरोप लगाने के बाद पार्टी के कार्यालय आना बहुत पहले से बंद कर दिया है। लालू को बंधक बनाने का आरोप लगाते हुए पिछले दिनों छोटे भाई तेजस्वी पर भी निशाना साधा था। अब राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने तेज प्रताप को लेकर बड़ी बात कह दी है।
हाजीपुर के राजद कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत के दौरान एक सवाल के जवाब में शिवानंद तिवारी ने कहा कि तेज प्रताप पार्टी में नहीं हैं। कहा कि उन्होंने तो एक नया संगठन खड़ा किया है।शिवानंद ने कहा कि तेजप्रताप यादव खुद राजद से आउट हो चुके हैं। तेजस्वी के करीबी शिवानंद तिवारी ने कहा कि तेज प्रताप को लालटेन का प्रयोग करने से भी राजद नेतृत्व ने मना कर दिया है।
तेजप्रताप यादव से राजद के बड़े नेता लगातार नाराज चल रहे हैं। पहले राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह तेजप्रताप से खफा थे। तेजप्रताप ने हाल ही में छात्र जनशक्ति परिषद नाम का एक संगठन बनाया है। इस संगठन के माध्यम से वे अपनी राजनीति कर रहे हैं। वे राजद की बैठक से भी दूरी बनाए हुए हैं। मंगलवार को राजद के प्रशिक्षण शिविर के दौरान भी लालू यादव तेजप्रताप को लेकर कोई चर्चा नहीं की थी।
राजद के पहले प्रशिक्षण शिविर के दौरान लालू प्रसाद यादव ने बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की तो तारीफ की थी, लेकिन तेजप्रताप को लेकर एक शब्द तक भी नहीं कहा था। उन्होंने कहा था कि तेजस्वी के नेतृत्व में राजद का प्रभाव बिहार में बढ़ा है। राजद में तेजस्वी के बढ़ते कद को देखते हुए तेजप्रताप भी हैरान हैं। उन्होंने कई बार भाई तेजस्वी यादव और राजद के बड़े नेता पर गंभीर आरोप लगा चुके हैं।
नीतीश पर भी शिवानंद ने साधा निशाना
इस दौरान शिवानंद ने नीतीश कुमार पर भी निशाना साधा और कहा कि गांधी जी और लोहिया का नाम लेने का उनको कोई अधिकार नहीं है, क्योंकि कई मुद्दों पर नीतीश कुमार ने चुप्पी साधे रखी है। शिवानंद तिवारी ने कुशेश्वरस्थान और तारापुर विधानसभा के हो रहे उपचुनाव मामले को लेकर दावा किया कि उनके पार्टी के उम्मीदवार की जीत पक्की है। इसके साथ ही उन्होंने कांग्रेस पर जोरदार निशाना साधा और कहा कि बिहार में क्षेत्रीय पार्टी मजबूत है। ऐसे में कांग्रेस को अपना उम्मीदवार नहीं खड़ा करना चाहिए था, लेकिन कांग्रेस के बिहार प्रभारी भक्त चरण दास को सूचना दिए जाने के बाद भी कांग्रेस ने अपना उम्मीदवार उतारा है। उन्होंने कहा कि इससे बुरा असर पड़ेगा, लेकिन राजद उम्मीदवारों की जीत होगी।