तीन तलाक पर वोटिंग शुरू, भड़के ओवैसी ने लिया हिन्दू महिलाओं का नाम!
17वीं लोकसभा के पहले सत्र का पांचवां दिन है | संसद में तीन तलाक विधेयक पेश किया गया | कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि हमने पिछली सरकार में इस बिल को लोकसभा से पारित किया था लेकिन राज्यसभा में यह बिल पेंडिंग रह गया था | उन्होंने कहा कि संविधान की प्रक्रियाओं के अनुसार हम बिल को फिर से लेकर आए हैं | जनता ने हमें कानून बनाने के लिए चुना है और कानून पर बहस अदालत में होती है और कोई लोकसभा को अदालत न बनाए | मंत्री ने कहा कि यह सवाल सियासत या इबादत का नहीं बल्कि नारी न्याय का सवाल है | उन्होंने कहा कि भारत के संविधान में कहा गया है कि किसी के साथ भेदभाव नहीं किया जा सकता, इसलिए यह संविधान के खिलाफ कतई नहीं है बल्कि उनके अधिकारों से जुड़ा हैं |
लोकसभा में कांग्रेस समेत विपक्षी दलों ने तीन तलाक बिल पर डिवीजन की मांग की है | सदन में लॉबी खाली कराई जा रही है और इसके बाद वोटिंग होगी | स्पीकर ने सदन में कहा कि लॉबी खाली हो गई है और अब महासचिव वोटिंग के नियम सांसदों को बता रही हैं |
हैदराबाद से एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने तीन तलाक के मुद्दे पर कहा, ‘अगर किसी गैर मुस्लिम को केस में डाला जाए तो उसे 1 साल की सजा और मुसलमान को 3 साल की सजा ? यह आर्टिकल 14 और 15 का उल्लंघन नहीं है? आप महिलाओं के हित में नहीं हैं। आप उन पर बोझ डाल रहे हैं। 3 साल वह व्यक्ति जेल में रहेगा। मेंटेनेंस कौन देगा? आप देंगे? आपको मुस्लिम महिलाओं से इतनी मोहब्बत है। केरल की हिंदू महिलाओं से मोहब्बत क्यों नहीं है। क्यों सबरीमाला के फैसले के खिलाफ आप हैं? यह गलत हो रहा है।’