बिहार में नाबालिग से शिक्षक ने किया 1 वर्ष तक दुराचार, गर्भवती होने पर खुला भेद
बिहार के सहरसा जिले में गुरु-शिष्य के रिश्ते को कलंकित करते निजी शिक्षक सह कोचिंग संचालक एक साल से नाबालिग छात्रा को अपनी हवस का शिकार बना रहा था। इस बीच जब 15 वर्षीय छात्रा गर्भवती हुई तो आरोपी शिक्षक ने मेडिकल दुकान से गर्भपात की दवा खिला दी।
दवा खाने के बाद छात्रा की स्थिति गंभीर हो गई तो शिक्षक का भेद खुला। इस बीच जहां छात्रा को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया और उसके बयान पर रिपोर्ट दर्ज कर पुलिस ने दुष्कर्मी शिक्षक को गिरफ्तार कर लिया है।
रविवार को अस्पताल में भर्ती सौर बाजार थाना क्षेत्र के एक गांव की पीड़िता ने महिला थानाध्यक्ष प्रेमलता भूपाश्री को दिए बयान में शिक्षक की घिनौनी करतूत को उजागर किया। पीड़िता के अनुसार वह गांव के मिडिल स्कूल में सातवीं की छात्रा है।
एक साल पूर्व वह गांव में ही रामू यादव के दरवाजे पर चलने वाले कोचिंग में ट्यूशन पढ़ने गयी। कक्षा समाप्ति के बाद अन्य छात्रों को छुट्टी देकर शिक्षक सुबलेश यादव उसे एक कमरे में ले जाकर मारपीट कर जबरन दुष्कर्म किया।
शिक्षक ने पिटाई की धमकी देकर यह बात किसी को बताने से मना किया। पीड़िता के मुताबिक प्रतिदिन क्लास के बाद शिक्षक उसे हवस का शिकार बनाते रहा। करीब चार माह पूर्व माहवारी बंद होने पर उसे यह बात बताई।
पीड़िता ने बताया कि बीते मंगलवार को शिक्षक ने उसे टेबलेट का पत्ता दिया। उसके बताए अनुसार दवा खायी। अत्यधिक रक्तस्त्राव होने के बाद घर वालों को जानकारी हो गयी।
घरवाले जब उसके यहां गए तो सुबलेश सहित उसके पिता रामू यादव, मुन्ना यादव व दुर्बल यादव ने मारपीट कर भगा दिया। महिला थानाध्यक्ष ने बताया कि बयान दर्ज कर सौर बाजार थाना रिपोर्ट दर्ज करने को भेजा गया है।
एसडीपीओ संतोष कुमार ने बताया कि रिपोर्ट दर्ज कर त्वरित कार्रवाई करते मुख्य अभियुक्त सुबलेश को गिरफ्तार कर लिया गया है।
जानकारी के मुताबिक छह महीने पूर्व भी इस मामले में पंचायत हुई थी। दोनों पक्षों द्वारा मामले का हल निकलाने का प्रयास हुआ था लेकिन हल नहीं निकल पाया।