“तसलीमा नसरीन ने अमित शाह से मांगी मदद: ‘भारत में रहना है'”
तसलीमा नसरीन ने भारत के गृह मंत्री अमित शाह से मदद की अपील की है। उन्होंने अपने X हैंडल के माध्यम से यह जानकारी साझा की कि उनका भारतीय रेजिडेंस परमिट जुलाई में समाप्त हो गया है.
तसलीमा नसरीन ने अमित शाह से मदद मांगी
निवास परमिट की समस्या
बांग्लादेश की प्रसिद्ध लेखिका तसलीमा नसरीन ने भारत के गृह मंत्री अमित शाह से मदद की अपील की है। उन्होंने अपने X हैंडल के माध्यम से यह जानकारी साझा की कि उनका भारतीय रेजिडेंस परमिट जुलाई में समाप्त हो गया है, और गृह मंत्रालय द्वारा इसे नवीनीकरण के लिए कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।
तसलीमा का पत्र
तसलीमा ने अपने पोस्ट में लिखा, “प्रिय अमित शाह जी नमस्कार। मैं भारत में रहती हूं क्योंकि मुझे इस महान देश से प्यार है। पिछले 20 सालों से यह मेरा दूसरा घर रहा है।” उन्होंने चिंता व्यक्त की कि उनके निवास परमिट को आगे नहीं बढ़ाया गया है, जिसके कारण वह असुरक्षित महसूस कर रही हैं।
चिंता और भावनाएं
तसलीमा ने स्पष्ट किया कि उन्हें भारत में रहने का कितना प्यार है और वे इस देश को अपने लिए एक सुरक्षित आश्रय मानती हैं। उन्होंने कहा, “मैं बहुत चिंतित हूं। अगर आप मुझे रहने देंगे तो मैं आपका बहुत आभारी रहूंगी।” उनकी यह अपील यह दर्शाती है कि वे भारत में अपने कार्यों को जारी रखना चाहती हैं और अपनी लेखनी के माध्यम से समाज को जागरूक करना चाहती हैं।
पिछले अनुभव
तसलीमा नसरीन को अपनी सुरक्षा के कारण बांग्लादेश से भारत आना पड़ा था। उन्होंने पिछले दो दशकों में भारत में कई लेखन कार्य किए हैं और उनकी किताबें विभिन्न विषयों पर चर्चा का केंद्र रही हैं। वे सामाजिक मुद्दों और नारी अधिकारों के लिए एक मजबूत आवाज मानी जाती हैं।
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तसलीमा नसरीन की इस अपील ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा किया है कि क्या सरकारी प्रक्रियाएं सभी के लिए समान रूप से लागू होती हैं। उनका निवास परमिट का मुद्दा न केवल व्यक्तिगत सुरक्षा से जुड़ा है, बल्कि यह उस व्यापक संदर्भ में भी महत्वपूर्ण है जिसमें लेखकों और विचारकों को सुरक्षा और समर्थन की आवश्यकता होती है। तसलीमा का भारत में रहना उनके लिए कितनी महत्वपूर्ण है, यह उनके शब्दों से स्पष्ट है। अब यह देखना होगा कि सरकार इस मुद्दे का कैसे समाधान करती है।