पुराने पड़ गए टैनिंग, फेसियल और आईलाइनर के ये ट्रेंड्स, आइये कुछ नया आजमाएं
इस दशक के आखिरी साल के अंत तक कुछ पुराने ट्रेंड्स का भी अंत हो जायेगा। खासकर कास्मेटिक की दुनिया में (इस दशक की शुरुआत में) कुछ ऐसे ट्रेंड चलन में आये थे जो धीरे धीरे फीके पड़ने लगे। अब 2020 के अंत तक इन ट्रेंड्स के ख़त्म होने की संभावना जताई जा रही है। ब्यूटी एक्सपर्ट के अनुसार, सेहत या लुक्स को ध्यान में रखते हुए लोग इन ट्रेंड्स से बचते नज़र आ रहे हैं। ये हैं :
बेड टैनिंग
बेड टैनिंग की शुरुआत इकीसवीं सदी के दूसरे दशक की शुरुआत में ही हुई थी। बेड टैनिंग शरीर को आराम देता है। जिसकी वजह से महिलाएं इसे ख़ुशी से कराती थी। हालाँकि इसके नुकसान को देखते हुए लोगों ने बेड टैनिंग का चस्का छोड़ दिया। दरअसल, बेड टैनिंग से लोगों में स्किन कैंसर का खतरा बढ़ने लगा था। जिसके चलते लोगों ने इसका इस्तेमाल कम कर दिया।
बोल्ड आईलाइनर लुक
इस दशक की शुरुआत में मोटा आईलाइनर लुक ट्रेंड में आया था। थिक आईलाइनर से आँखों को एक बोल्ड लुक मिलता था जिसकी वजह से यह लुक काफी चलन में रहा। यहाँ तक कि सेलिब्रिटीज तक इस लुक के दीवाने नज़र आते थे। हालाँकि 2020 में इस ट्रेंड के भी ख़त्म होने की उम्मीद है। सेलिब्रिटी मेकअप आर्टिस्ट के मुताबिक अब बोल्ड आईलाइनर लुक ट्रेंड से बाहर जा रहा है।
ग्लिटर आईशैडो
सुन्दर आँखें सभी महिलाओं की ख्वाहिश होती है। ऐसे में पलकों को सुन्दर दिखाने के लिए ग्लिटर आईशैडो ट्रेंड में आया था। हालाँकि इसके नुकसान को देखते हुए ग्लिटर आईशैडो ट्रेंड से बाहर जाने लगा। दरअसल, ग्लिटर को बिल्कुल सही तरीके से न लगाना आँखों के लिए हानिकारक हो सकता है। आईशैडो के आँख में जाने से आँखों पर बुरा प्रभाव पड़ता है। इसकी वजह से यह लोगों की पसंद नहीं रह सका।
फेशियल ऑयल
मेकअप से पहले लगाया जाने वाले फेशियल ऑयल चेहरे पर पिंपल्स, सूजन और जलन छुपाने या कम करने के लिए प्रयोग में लाये जाते हैं। मेकअप के अलावा भी फेशियल आयल इन समस्याओं के निजात के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं। हालाँकि बीच में काफी ट्रेंड में रहने के बाद अब यह भी ट्रेंड से बाहर जाने लगे हैं। कुछ लोगों ने बताया कि फेशियल ऑयल से बैक्टीरियल इन्फेक्शन बढ़ता है।
नेगेटिव स्पेस आईलाइनर
नेगेटिव स्पेस आईलाइनर पलकों के ठीक ऊपर लगाने की बजाय लाइन को बढ़ाते हुए बाहर की तरफ लेकर जाने को कहते हैं। इसमें आईलाइनर के स्पेस को भरने की जगह खाली छोड़ दिया जाता है। नेगेटिव स्पेस आईलाइनर को ट्रेंडी बनाने का पूरा श्रेय मॉडल्स और अभिनेत्रियों को जाता है। हालाँकि इस लुक को कुछ खास मौकों के अलावा ख़ास पसंद नहीं किया जाता। इस वजह से यह ट्रेंड आने वाले समय में पूरी तरह से ख़त्म हो सकता है।
ग्लिटर हाइलाइटर
ग्लिटर हाइलाइटर भी ग्लिटर आईशैडो की तरह जितनी जल्दी चलन में आया, उतनी ही जल्दी चला भी गया। इसका इस्तेमाल फोटोशूट या टीवी स्क्रीन तक ही सीमित रह गया है। बाकी मेकअप की तरह ग्लिटर हाइलाइटर को महिलाएं अपने डेली मेकअप रूटीन में शामिल करना पसंद नहीं करती। यह चीकबोन्स से ऊपर की त्वचा को हाईलाइट करता है। हालाँकि यह लुक किसी ख़ास मौके पर ही पसंद किया जाता है।