लड़ाई जारी रखने के लिए तालिबान के पास कोई धार्मिक वैधता नहीं : अशरफ गनी
काबुल। अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने बुधवार को तालिबान को फटकार लगाते हुए कहा कि उसके पास लड़ाई जारी रखने के शरिया पर आधारित कोई कारण नहीं हैं। गनी ने कहा कि कई उलेमा भी कह चुके हैं कि युद्ध की कोई धार्मिक वैधता नहीं है।
संसद को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति गनी ने कहा कि तालिबान के पास लड़ाई जारी रखने के शरिया पर आधारित कोई कारण नहीं हैं। यहां तक कि महा कबायली परिषद लोया जिर्गा संघर्ष विराम और हिंसा को कम करने के लिए कह चुका है। इसके बावजूद तालिबान लगातार हिंसा का रास्ता अख्तियार किए हुए है।
उन्होंने कहा अफगानिस्तान को अंतरराष्ट्रीय समुदाय का समर्थन प्राप्त है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय अफगानिस्तान का स्वास्थ्य क्षेत्र में भी मदद कर रहा है। गनी ने कहा कि अमेरिका एवं नाटो भी अफगानिस्तान के साथ हैं। उन्होंने हेलमंड प्रांत में हुए हालिया हमले में अमेरिका के सहयोग का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि हम लोगों को भ्रष्टाचार से लड़ना है। हमारे पास इतने संसाधन मौजूद हैं कि हम एक दिन अपने दम पर आत्मनिर्भर हो सकें।
अफगानिस्तान सरकार और तालिबानी आतंकवादियों के बीच पिछले सप्ताह हेलमंड में संघर्ष काफी बढ़ गया। इस संकट से हजारों अफगानिस्तानी नागरिकों को विस्थापित होना पड़ा, कई मारे गए और कई जख्मी हो गये।