बालाजी मंदिर कमेटी का तालिबानी फरमान
मुजफ्फरनगर: यूपी के मुजफ्फरनगर में बालाजी मंदिर प्रबंध कमेटी का एक तालिबानी फरमान सामने आया है। बालाजी मंदिर कमेटी ने मंदिर परिसर में महिलाओं और युवतियों को लेकर तालिबानी तर्ज पर एक फरमान देते हुए मंदिर परिसर के बाहर और अंदर नोटिस बोर्ड लगा दिया है जिस पर साफ साफ लिखा गया है की कोई भी महिला या युवती मंदिर परिसर में जींस , स्कर्ट टॉप और कटे फटे वस्त्र पहनकर नहीं आएंगी। मंदिर परिसर में केवल मर्यादित वस्त्र पहनकर ही महिलाएं और लड़कियां मंदिर परिसर में आ सकती है। इतना ही नहीं बालाजी मंदिर कमेटी ने आज्ञा का पालन ना करने पर जुर्माना लगाने का भी प्रावधान रखा है। बालाजी मंदिर द्वारा इस तरह का फरमान जाहिर करने के बाद बालाजी मंदिर सोशल मीडिया की सुर्खियों में बना हुआ है।
बता दे की मंगलवार सुबह मुजफ्फरनगर सोशल मीडिया पर बालाजी मंदिर कमेटी का एक पोस्ट सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। जिसमें मंदिर परिसर में महिलाओं और लड़कियों के जींस, स्कर्ट टॉप और कटे,फटे कपड़े पहन कर आने पर बैल लगाए जाने की हिदायतें लिखी गई है। जानकारी के मुताबिक मुजफ्फरनगर के नई मंडी थाना क्षेत्र में स्थित बालाजी मंदिर अपने नए नियम कानून को लेकर सोशल मीडिया पर सुर्खियों में बना हुआ है। बालाजी मंदिर कमेटी द्वारा मंदिर परिसर और मंदिर के बाहर एक नोटिस बोर्ड लगाया गया है जिसमें साफ तौर पर लिखा गया है कि मंदिर परिसर में कोई भी महिला या युवती मंदिर परिसर में जींस , स्कर्ट टॉप और फैशनेबल कपड़े पहन कर मंदिर में ना आए।
इतना ही नहीं मंदिर में पूजा पाठ करने वाले पंडित जी आलोक शर्मा जी का कहना है कि मंदिर परिसर में महिलाएं और लड़कियां साड़ी या सूट सलवार पहन कर ही आए साथ ही जब महिलाएं और लड़कियां मंदिर में आए तो चेहरे पर पल्लू पर्दा लगाकर मर्यादित रूप से मंदिर में आए। अगर कोई महिला या लड़की नियमों का उल्लंघन करती है तो उसे पहले समझाया जाएगा और उसके बाद भी अगर कोई मंदिर के नियमों को फॉलो नहीं करता है तो उसके लिए बालाजी मंदिर कमेटी जुर्माना भी लगा सकती है। ऐसा इसलिए किया जा रहा है क्योंकि बालाजी मंदिर में पुरुषों के साथ महिलाएं लड़कियां और बच्चे दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं। बालाजी मंदिर कि अपनी एक मर्यादा है जिसे हम सब को फॉलो करना चाहिए इसीलिए मंदिर कमेटी ने नए नियम कानून बनाए हैं। वही मंदिर में आने वाली श्रद्धालु महिलाओं का भी मानना है कि मंदिर में पूजा पाठ के लिए जो भी महिला या लड़की आए वह मर्यादित कपड़े पहन कर ही मंदिर परिसर में आए ना कि जींस, स्कर्ट टॉप पहन कर आए।