अफगानिस्तान पर तालिबान ने किया कब्जा, इसलिए बढ़े पेट्रोल-डीजल के दाम: BJP विधायक
नई दिल्ली. देश में पिछले कुछ समय से पेट्रोल और डीजल के दामों (Petrol Diesel Rate) में बेतहाशा बढ़ोतरी देखने को मिली है. कई शहरों में पेट्रोल के दाम 100 रुपये प्रति लीटर से अधिक चल रहे हैं. डीजल भी महंगा हुआ है. वहीं पेट्रोल और डीजल के दामों में बढ़ोतरी के पीछे कर्नाटक के बीजेपी विधायक अरविंद बेल्लाड ने तालिबान (Taliban) को दोषी ठहराया है. उनका कहना है कि अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के कारण ही भारत में पेट्रोल-डीजल की सप्लाई में कमी हो गई और इसके दाम बढ़ गए हैं.
बीजेपी विधायक अरविंद बेल्लाड का कहना है कि अफगानिस्तान में जबसे तालिबान का मुद्दा पनपा है, तबसे दुनियाभर में पेट्रोल और डीजल की सप्लाई में कमी आ गई है. समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार विधायक का कहना है कि इसी कारण देश में पेट्रोल-डीजल और गैस के दामों में बढ़ोतरी हुई है.
रविवार को दिल्ली में पेट्रोल के दाम 101.34 रुपये प्रति लीटर हैं. वहीं डीजल के दाम 88.77 रुपये प्रति लीटर हैं. मुंबई में रविवार को पेट्रोल की कीमत 107.39 रुपये प्रति लीटर है और डीजल 96.33 रुपये प्रति लीटर है.
वहीं देश में ईंधन की मांग में अगस्त में मिलाजुला रुख देखने को मिला. इस दौरान जहां पेट्रोल की खपत में बढ़ोतरी जारी रही, वहीं डीजल की मांग घट गई. सार्वजनिक क्षेत्र की पेट्रोलियम कंपनियों की ओर से जारी आंकड़ों से यह जानकारी मिली है. पेट्रोल की बिक्री पहले ही महामारी-पूर्व के स्तर पर पहुंच चुकी है.
आंकड़ों के अनुसार, सार्वजनिक क्षेत्र की पेट्रोलियम कंपनियों ने अगस्त में 24.3 लाख टन पेट्रोल बेचा. यह एक साल पहले की समान अवधि से 13.6 प्रतिशत अधिक है. इसके साथ ही पेट्रोल की बिक्री का आंकड़ा महामारी-पूर्व के स्तर को पार कर चुका है. अगस्त, 2019 में पेट्रोल की बिक्री 23.3 लाख टन रही थी.
देश में सबसे अधिक इस्तेमाल होने वाले ईंधन यानी डीजल की बिक्री अभी महामारी से पहले के स्तर तक नहीं पहुंच सकी है. अगस्त में डीजल की बिक्री पिछले साल के समान महीने से 15.9 प्रतिशत बढ़कर 49.4 लाख टन रही. हालांकि, यह अगस्त, 2019 की तुलना में 9.8 प्रतिशत कम है.