Swati Malliwal का AAP विधायक पर हमला: “सड़कें हेमा मालिनी के गालों जैसी बना देंगे”
Swati मालीवाल ने हाल ही में AAP विधायक की एक विवादास्पद टिप्पणी को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया दी है।
Swati विवादास्पद टिप्पणी का मुद्दा
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष Swati मालीवाल ने हाल ही में AAP विधायक की एक विवादास्पद टिप्पणी को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। विधायक ने कहा था, “सड़कें हेमा मालिनी के गालों जैसी बना देंगे,” जिसे स्वाति ने महिलाओं के प्रति अपमानजनक और घटिया मानसिकता का प्रतीक माना है। यह टिप्पणी न केवल विधायक की सोच को उजागर करती है, बल्कि समाज में महिलाओं की स्थिति पर भी सवाल उठाती है।
Swati का कड़ा बयान
Swati मालीवाल ने इस टिप्पणी को लेकर एक्स (पूर्व ट्विटर) पर लिखा, “इस महिला विरोधी बात की जितनी निंदा करें, वो कम है। ये आदमी पूरे दस साल सोता रहा है, जिसके चलते उत्तम नगर की सड़कें टूटी-फूटी पड़ी हैं!” उन्होंने विधायक के काम न करने की आलोचना की और कहा कि वह सिर्फ अपनी घटिया सोच का प्रदर्शन कर रहा है।
महिलाओं के प्रति दृष्टिकोण
स्वाति ने स्पष्ट किया कि महिलाओं को वस्तु समझने वाली ऐसी घटिया सोच की समाज में कोई जगह नहीं है। उन्होंने इस प्रकार की टिप्पणियों को अत्यंत घातक बताया, जो न केवल महिलाओं के लिए बल्कि समाज के लिए भी हानिकारक हैं। उनका कहना है कि यह समय है जब ऐसी सोच के खिलाफ आवाज उठाई जाए।
मुख्यमंत्री से अपील
स्वाति ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से अपील की कि इस महिला विरोधी सोच वाले व्यक्ति के खिलाफ तुरंत कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि समाज में महिलाओं के प्रति सम्मान और बराबरी का दृष्टिकोण होना चाहिए, और ऐसी टिप्पणियों को सहन नहीं किया जा सकता।
हेमा मालिनी की चुप्पी
इस विवादास्पद टिप्पणी पर अभी तक खुद हेमा मालिनी ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। उनकी चुप्पी इस मामले को और भी दिलचस्प बना देती है, जबकि स्वाति और अन्य नेताओं ने इस मुद्दे को गंभीरता से लिया है।
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स्वाति मालीवाल का यह बयान न केवल एक विधायक के खिलाफ है, बल्कि यह समाज में महिलाओं की स्थिति और उनके प्रति सोचने के तरीके को भी उजागर करता है। इस प्रकार की टिप्पणियों के खिलाफ आवाज उठाना अत्यंत महत्वपूर्ण है, और यह देखना होगा कि इस मामले में आगे क्या कार्रवाई होती है। समाज में समानता और सम्मान की दिशा में यह एक कदम है, लेकिन इसके लिए निरंतर प्रयास की आवश्यकता है।