Akhilesh Yadav के निर्देश पर मनाई गई स्वामी विवेकानन्द की जयंती, ये दिग्गज भी रहें मौजूद
लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के निर्देश पर स्वामी विवेकानंद जी की जयंती मनाई गई.
- आज राजधानी लखनऊ सहित प्रदेश के सभी जनपदों में स्वामी विवेकानंद जी की जयंती पर
- उनका पुण्यस्मरण करते हुए पुष्पांजलि अर्पित की गई।
- समाजवादी पार्टी मुख्यालय में स्वामी विवेकानंद जी के चित्र पर
- नेता विरोधी दल विधानसभा श्री राम गोविन्द चौधरी, राष्ट्रीय सचिव श्री राजेन्द्र चौधरी तथा
- प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने पुष्पांजलि अर्पित की।
- समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने स्वामी विवेकानंद जी को भावांजलि देते हुए कहा कि,
- स्वामी जी ने असहाय और समाज के वंचित वर्गो की सेवा को ही ईश्वर की भक्ति माना था।
अध्यात्म को सामाजिक सरोकारों से : Akhilesh Yadav
- उन्होंने शिक्षा, सेवा, त्याग और समर्पण पर विशेष बल दिया था।
- उनका राष्ट्रवाद कट्टरता से मुक्त समन्वयवादी है।
- स्वामी जी मानते थे कि सांप्रदायिकता, असहिष्णुता और जातीयता ने इस देश को बहुत नुकसान पहुंचाया है।
- उन्होंने आगे कहा कि स्वामी विवेकानंद का कहना था कि,
- हमे सार्वभौमिक सहिष्णुता पर विश्वास के साथ सभी धर्मो को सच के रूप में हमें स्वीकार करना चाहिए।
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जौनपुर में अखिलश के निशाने पर रही योगी सरकार
आपको बता दें कि इन दिनों अखिलेश प्रदेश के जिलों का भ्रम कर रहें हैं. इसी सिलसिले आज वो जौनपुर पहुंचे थे जहाँ उन्होंने
- पत्रकारों से वार्ता करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर बोला तीखा हमला ।
- अखिलेश यादव ने कहा कि जो लोग बुलडोजर लेकर घूम रहे हैं, वो पहले यह बताएं कि बुलडोजर कहां चलना चाहिए।
- जिनके घर के नक्शे पास नहीं है उनके घरों पर या 50 साल की महिला के साथ दुष्कर्म करने वाले आरोपियों के घरों पर।
- सपा सांसद और अध्यक्ष ने कहा कि यह आखिरी चुनाव है।
- लोकतंत्र रहेगा जिंदा इस बार जरूर समाजवादी पार्टी को जिता देना।
- अगर नहीं जिताया तो उम्मीद मत रखना कि लोकतंत्र जिंदा रहेगा।
- पारस नाथ यादव की जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए थे अखिलेश।
- आपको बता दें की अखिलेश यादव ने इससे पहले भी जौनपुर में सीएम योगी को निशाने पर ले चुके थें
- सपा अध्यक्ष पूर्व कैबिनेट मंत्री पारस नाथ यादव की जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए।
- पूर्व मुख्यमंत्री ने पारसनाथ यादव को सपा के संस्थापक दल के सदस्य और पूर्वांचल के कद्दावर नेता की संज्ञा दी
- वे बहादुर और साहसी नेता थे।
- उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार बताए कि गरीब जनता को मुफ्त वैक्सीन लगेगी या पैसा देना होगा ।
उन्होंने कहा कि महामारी में परदेश से लाने के लिए प्रदेश सरकार ने कुछ नही किया,
मजदूर गुजरात, महाराष्ट्र, से साईकल पैदल ही चल दिये जबकि सरकार के पास 90 हजार बस है।
अगर वही बसे सरकार चला देती तो रास्ते मे लोग नही मरते।
- वे मानते थे कि मानवता से बड़ा कोई धर्म नहीं है।
- भूखे पेट और निरक्षरता से अध्यात्म की चर्चा नही हो सकती है।
- युवाओं को स्वास्थ्य, शिक्षा और अनुशासनपूर्ण जीवन का संदेश दिया था।