पीएम मोदी ने 20 लाख करोड का अन्मनिर्भर भारत बनाने के लिए आर्थिक समृद्धि को दी नई गति : स्वामी रामदेव
पीएम नरेंद्र देश को आर्थिक संकट से बचाने के लिए आर्थिक पैकेज की घोषणा की है। नरेंद्र मोदी ने 20 लाख करोड़ के आर्थिक पैकेज का ऐलान किया है जिसका स्वागत योग गुरु रामदेव ने भी किया है। स्वामी रामदेव ने कहा कि लोकल को ग्लोबल बनाने के लिए व लोकल के लिए वोकल होने के लिए जो पीएम नरेंद्र मोदी ने प्रेरणा दी है उससे देश में स्वदेशी के आंदोलन को एक बहुत बड़ा गौरव मिला है। तथा इस स्वदेशी की क्रांति को सबसे पहले देश के होम मिनिस्टर अमित शाह ने देश में सुरक्षा बलों की कैंटीन में लागू करके एक ऐतिहासिक फैसला किया है। इसके लिए पीएम नरेंद्र मोदी जी गृह मंत्री अमित शाह जी व पूरी मोदी सरकार का हम अभिनंदन करते हैं।
हम आशान्वित हैं कि भारत की स्वदेशी से आत्मनिर्भरता के मार्ग पर चलकर के पूरे विश्व का एक से डेढ़ दशक के बीच में आर्थिक महाशक्ति बनकर उतरेगा।
स्वामी रामदेव ने आगे कहा कि साथ ही अभी ईस्ट इंडिया कंपनी से लेकर के युनिलीवर, नेस्ले, कोका कोला, पेप्सी, कोलगेट तक अलग-अलग क्षेत्रों में जो विदेशी कंपनियों का आधिपत्य है,वह एकाधिकार खत्म होगा और स्वदेशी का स्वर पूरे राष्ट्र में गुंजायमान होगा।
अब हम सब भारतीय दी प्रतिबद्ध होकर संकल्प ले कि स्वदेशी बनाएंगे, बेचेंगे, खरीदेंगे वह अपने व्यक्तिगत जीवन में स्वदेशी का पालन करने का संकल्प लेंगे। साथ ही स्वदेशी के बारे में गौरव अनुभव करेंगे। हम सरकार से आह्वान करते हैं कि अब अर्धसैनिक बलों के साथ साथ अलग-अलग मंत्रालयों व अलग-अलग विभागों में भी यही नीति लागू करके इस स्वदेशी के संकल्प को गति प्रदान करें वह वरीयता दें।
उन्होंने बताया कि पतंजलि ने पूरे देश में स्वदेशी का एक आदर्श मॉडल बाइक सफल कीर्तिमान स्थापित किया है। स्वदेशी की विचारधारा जो विचारों में और पुस्तकों में होती थी उस विचार को धरातल पर उतारा है।
पतंजलि अर्थ से परामर्श व ट्रस्टीशिप के सिद्धांत पर चलकर राष्ट्र सेवा के संकल्प के साथ हंड्रेड परसेंट प्रॉफिट फॉर चैरिटी के लिए संकल्पित हैं। इसके साथ रुचि सोया के भी जो शेर हमारे पास हैं उनसे जो भी लाभ अर्जित करेंगे वह देश की सेवा में ही लगाएंगे। भविष्य में इस देश को स्वावलंबी बनाने के लिए खाद्य तेलों से लेकर फूड प्रोडक्ट से लेकर एफएमसीजी में एक लाख करोड़ रुपए तक करने की भूमिका निभाने के लिए पतंजलि बार रुचि सोया प्रतिबद्ध है। इससे 10 से 20 करोड़ लोगों तक रोजगार मिलने की नहीं आसानी जन्म लिया है।