स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा-मेरा इस्तीफा भाजपा में भूचाल लाने के लिए काफी है
आज कुंभकर्णी नींद सोने वाली भाजपा सरकार की नीतियो का विरोध करना सबसे बड़ी आवश्यकता
नई दिल्ली. यूपी चुनाव से पहले राज्य में मंत्री पद से इस्तीफा देने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य ने योगी सरकार पर बड़ा हमला किया है। उन्होंने कहा कि भाजपा में भूचाल लाने के लिए मेरा मंत्री पद से इस्तीफा ही काफी है। उन्होंने कहा, मैंने अभी तक भाजपा से इस्तीफा नहीं दिया है और न ही समाजवादी पार्टी में शामिल हुआ हूं। लेकिन मैं जल्द ही भाजपा से इस्तीफा दे दूंगा। कैबिनेट से इस्तीफा देने के बाद ही भाजपा में भूचाल आ गया है। उन्होंने कहा कि आज कुंभकर्णी नींद सोने वाली भाजपा सरकार की नीतियो का विरोध करना सबसे बड़ी आवश्यकता थी। इसे मैंने पहले भी उचित प्लेटफॉर्म पर उठाया है।
भाजपा में वापस लौटने का कोई सवाल ही नहीं
स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि मैंने भाजपा को रिजेक्ट कर दिया। अब भाजपा में वापस लौटने का कोई सवाल ही नहीं है। मौर्य ने कहा कि मेरा इस्तीफा भाजपा को हिलाकर रख दिया है। उन्होंने कहा कि सत्ता के उन्माद में चूर भाजपा के नेताओं ने मेरी बातों को तवज्जों नहीं दिया। आज मैंने जनता की हित को ध्यान में रखते हुए यह राजनीतिक फैसला किया है। यह राजनीतिक फैसला भारतीय जनता पार्टी की सरकार के ताबूत का अंतिम कील होगा.इससे पहले मौर्य ने ट्विटर पर अपना इस्तीफा पोस्ट किया था, जिसके बाद यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने उनका स्वागत करते हुए उन्हें समर्थन देने की बात कही थी। तब से यह कयास लगाए जाने लगा था कि मौर्य सपा में शामिल हो रहे हैं लेकिन उन्होंने इस पर अपनी स्थिति स्पष्ट नहीं की।
14 जनवरी को होगी ये घोषणा
उन्होंने कहा कि मैं किस पार्टी में जाऊंगा, इस पर अभी कोई फैसला नहीं हुआ है। मैं अपने लोगों से बातचीत कर रहा हूं.मौर्य ने कहा कि कल शाम तक इस पर मैं निर्णय लूंगा और 14 जनवरी को घोषणा कर दूंगा कि मैं कहां जाउंगा। उन्होंने कहा कि अभी कितने मंत्री और विधायक मेरे साथ बीजेपी छोड़ रहे हैं यह भी नहीं बताऊंगा। बस देखते जाइए क्या होता है. मीडिया से पूछे जाने पर उन्होंने मायावती को जन्मदिन की बधाई दी। यूपी के पूर्व सीएम मायावती का 14 जनवरी को ही जन्मदिन है। मौर्य ने कहा मोदी जी ने कहा था कि हमें वह नीच कहते हैं इसीलिए वो विरोध करते हैं, उनकी इसी सोच से प्रभावित होकर मैं बीजेपी में गया था। मगर यहां सिर्फ़ लूट खसोट हो रही है। पिछड़ों को हाशिए पर डाल दिया गया है। कई बार मैंने सामाजिक न्याय, ग़रीबों, पिछड़ों की बात शीर्ष नेतृत्व के सामने रखी लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।