स्वामी प्रसाद मौर्य बोले- CM योगी पर दर्ज हो FIR, जानें क्यों कहा ऐसा
भीड़ की लड़ाई खिचड़ी तक पहुंची, स्वामी प्रसाद मौर्य ने कही ये बात
लखनऊ. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले सियासी बयानबाजी जारी है। वहीं, शुक्रवार (14 जनवरी) को लखनऊ में आयोजित समाजवादी पार्टी के कार्यक्रम में कोविड प्रोटोकॉल के उल्लंघन के आरोप में 2500 कार्यकर्ताओं के खिलाफ धारा 144 तोड़ने और महामारी एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज होने से माहौल गरम है। वहीं, सपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने के बाद भाजपा से नाता तोड़कर साइकिल की सवारी करने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि सबसे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ मुकदमा दर्ज करना चाहिए, क्योंकि उन्होंने शुक्रवार को गोरखपुर में हजारों लोगों के साथ खिचड़ी खाई थी। इस दौरान कोविड गाइडलाइंस का उल्लंघन हुआ था।
स्वामी प्रसाद मौर्य ने सीएम योगी पर किया तंज
बता दें कि कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच चुनाव आयोग ने रैली और रोड शो पर रोक लगा रखी है। इस बीच शुक्रवार को सीएम योगी की कैबिनेट का हिस्सा रहे स्वामी प्रसाद मौर्य और डॉ धर्म सिंह सैनी समेत कई भाजपा विधायकों ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव की उपस्थिति में पार्टी का दामन थामा था. वही सपा कार्यालय में जमकर भीड़ उमड़ी थी. लखनऊ पुलिस ने करीब 2500 समाजवादी पार्टी के नेताओं के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 188, 269, 270 और 341 के तहत महामारी रोग अधिनियम की संबंधित धाराओं के साथ प्राथमिकी दर्ज की है। लखनऊ पुलिस के मुताबिक, इस कार्यक्रम के दौरान अखिलेश समेत कई नेताओं ने भाषण भी दिया था और वीडियो फुटेज में भीड़ के साक्ष्य देखने को मिले हैं।
दलित के घर जमीन पर बैठकर पत्तल में खाई खिचड़ी
स्वामी प्रसाद मौर्य नेकहा कि शुक्रवार को मकर संक्रांति के मौके पर गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर में खिचड़ी चढ़ाने के लिए भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे थे। इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हो रहा था, लिहाजा सीएम योगी के खिलाफ पहले केस दर्ज होना चाहिए. हालांकि इस दौरान भीड़ से सीएम योगी ने कोरोना प्रोटोकॉल के नियमों का पालन करने की अपील भी की थी।बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार (14 जनवरी) को गोरखपुर के झुंगिया गेट स्थित दलित अमृतलाल भारती के घर में आयोजित सहभोज में शामिल हुए थे। उन्होंने कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए जमीन पर बैठकर खिचड़ी खाई थी। इस दौरान मुख्यमंत्री को पत्तल में खिचड़ी परोसी गई और पीने के लिए कुल्हड़ में पानी दिया गया था।