अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत और बॉलीवुड डायरेक्टर्स की इनसाइड स्टोरी आपको चौंका देगी !
‘एक परछाई की तरह, मैं हूं और मैं नहीं हूं’
मैं नहीं होकर भी साए की तरह तुम्हारे पास हूं। मशहूर कवि जलालुद्दीन मोहम्मद रूमी की लिखी ये लाइन जब हम किसी अपने से कहते हैं तो अक्सर इसी सेंस में कहते हैं, लेकिन जब यही लाइन कोई कभी अकेले में अपने आप से कहे तो समझ लेना चहिए कि वो खुद से सवाल पूछ रहा है कि आखिर उसके होने के क्या कुछ मायने हैं! क्या मेरे होने या न होने से किसी को कोई फर्क पड़ेगा और कुछ ऐसा ही सवाल करीब आठ महीने पहले यानी 26 अक्टूबर, 2019 को सुशांत सिंह राजपूत ने ट्विटर पर पूछा था। ये आखिरी ट्वीट है जिसमें सुशांत ने अपने मन से कुछ लिखा था।
इसके बाद के उनके सारे ट्वीट्स या तो रीट्वीट्स हैं या किसी फिल्म, गाने या ब्रांड्स के प्रमोशन। सुशांत सिंह राजपुत को जानने वाले कहते है कि इन लाइन के ज़रीए आत्महत्या करने से करीब 8 महीने पहले ही सुशांत सिंह राजपूत एक हिंट दुनिया को दे दिया था। पुलिस की जांच में पता चला है कि सुशांत करीब छह महीने से डिप्रेशन में थे। जिसकी वजह से उन्होने ने आत्महत्या की और आत्महत्या भी सुशांत राजपूत ने वहा की जहां पर एक बड़ा सा टेलीस्कॉप रखा हुआ था। जिसके ज़रीए सुशांत सिंह राजपूत अंतरिक्ष में उड़ने का आकाश गंगा को देखने का सपना देखा करते थे।
यहां तक उन्होने अपनी टीम को कुछ ऐसे बच्चो को इकट्ठा करने के लिए कहा था जिन्हे नासा ले जाया जा सके और अंतरिक्ष की सैर करवाई जा सके। जिसकी उन्होने तैयारी भी कर ली थी। लेकिन फिर ऐसा क्या हुआ कि सुशांत सिंह राजपूत इस कदर टूट गए कि उन्हे अपनी ज़़िदगी बोझ लगने लगी। बिहार से मुबई में एक्टर बनने आए सुशांत सिंह राजपूत ने करीब ढाई साल तक संघर्ष किया। फिर उन्हे एक एड मिला उस एड से सुशांत इतने फेमस हुए कि उन्हे सीरियल पवित्र रिश्ता मिला। फिर उन्होने फिल्म इडस्ट्री का रुख किया और 2013 में उनकी फिल्म काय पो छे रिलीज़ हुई।
इसके बाद सुशांत कई बार लड़खड़ाए, कई बार संभले लेकिन हार नही मानी और फिर ब्योमकेश बक्शी ,एम एस धोनी बायोपिक, छोछेरे जैसी बेहतरीन फिल्मे की। आमिर खान के साथ पीके में भी नज़र आए। गाडी अच्छी खासी चल रही थी। फिर अचानक ऐसा क्या हुआ कि सुशांत सिंह राजपूत जिदगी खत्म करने की सोचने लगे। दरअसल एक तरफ गर्ल फ्रेड रिया चक्रवती से अलगाव, दूसरी तरफ फिल्म इडस्ट्री का भाई भतीजा वाद आसमान में उड़ने का सपना देखने वाले सुशांत सिंह राजपूत बॉलीवुड की उस हकीकत का शिकार हो गए जिसे मान लेना और समझ लेना इतना आसान नही था।
दरअसल शांतनु गुहा रे की रिपोर्ट के मुताबिक सुशांत सिंह राजपूत के बॉलीवुड के मशहूर डायरेक्टर करण सिंह जौहर और आदित्य चोपड़ा से काफी विवाद रहे। जिसका नतीजा ये रहा कि सुशांत के हाथ से कई अच्छी फिल्म निकलती रही। यहां तक फिल्म रामलीला के लिए सुशांत सिंह राजपूत संजय लीला भंसाली की पहली पसंद थे। संजय लीला भंसाली ने यशराज बैनर के मालिक आदित्य चोपड़ा से कहा भी कि सुशांत को वो फिल्म में काम करने का मौका दे, क्योकि सुशांत यशराज बैनर के कॉट्रेक्ट में है। लेकिन आदित्य चोपड़ा ने मना कर दिया और सुशांत की जगह रनवीर सिंह को फिल्म रामलीला में कास्ट किया। ठीक ऐसी ही परिस्थितिया फिल्म बेफिक्रे के लिए भी बनी । फिल्म में सुशांत को एक्टिंग करनी थी लेकिन फिल्म चली गई रनवीर सिंह के पास और सिर्फ इतना ही नही बल्कि शेखर कपूर की फिल्म पानी जोकि यशराज बैनर तले बन रही थी उस फिल्म से भी आदित्य चोपड़ा ने दो साल बाद हाथ पीछे खिच लिए। फिल्म के डायरेक्टर ने फंड के लिए कई दरवाज़े खटखटाए लेकिन बात नही बनी और यहां पर आदित्य चोपड़ा और सुशांत सिंह राजपूत के बीच एक गहरी खाई बन गई और इस विवाद में करण जौहर भी शामिल हो गए और करण ने साइड आदित्य चोपड़ा का लिया।
इतना ही नहीं बॉलीवुड और लोगो में ये भी ये चर्चा है कि अंडरवर्ड के कहने पर बॉलीवुड के प्रोड्यूसर सुशांत सिंह राजपूत को बड़े पर्दे पर रिलीज़ नही कर रहे थे और कही न कही इस विवाद पर मुहर करण जोहर का वो ट्वीट भी मुहर लगाता है जिसमें करण जोहर ने सुशांत सिंह से माफी मांगी थी साथ ही महेश भट्ट का बयान कि वो जानते थे ऐसा कुछ होने वाला है। ये सारी बातें बॉलीवुड की उस काले अंधेरे की तरफ इशारा करती है जिसके सामने बॉलीवुड की चमचमाती दुनिया सरासर झूठी लगती हैं।
रिपोर्ट शांतनु गुहा रे की रिपोर्ट के मुताबिक