सर्वेः बिहार में एनडीए को मिल सकती हैं 160 सीटें, नीतीश पर भारी पड़ेगी भाजपा
दिल्ली/पटना। बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर एनडीए के लिए अच्छी खबर आ रही है। टाइम्स नाउ और सी वोटर के ताजा प्री-पोल सर्वे के हिसाब से बिहार में एक बार फिर नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए की पूर्ण बहुमत की सरकार बन सकती है। इससे पहले एबीपी और सी वोटर के सर्वे में भी एनडीए की बढ़त दिखी थी। ताजा सर्वे के मुताबिक बिहार की कुल 243 विधानसभा सीटों में से 160 पर भाजपा-जदयू गठबंधन वाले एनडीए को जीत पक्की नजर आ रही है। सर्वे के मुताबिक राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेतृत्व वाले विपक्षी गठबंधन को महज 76 सीटों से ही संतोष करना पड़ सकता है।
सर्वे में लोगों से पूछा गया कि उनके लिए सबसे अहम मुद्दा कौन सा है। इसके जवाब में लगभग 49 फीसदी लोगों ने कहा, सबसे बड़ा मुद्दा नौकरी है। 12.9 फीसदी लोगों के लिए बिजली, पानी और सड़क मुद्दा है। 8.7 फीसदी लोगों के लिए भ्रष्टाचार तो 7.1 प्रतिशत के लिए महिला सुरक्षा और 6.7 प्रतिशत लोगों के लिए शिक्षा मुद्दा है।
मौजूदा नीतीश कुमार की अगुवाई वाली एनडीए सरकार के प्रदर्शन को 43.6 फीसदी लोगों ने खराब बताया, जबकि 27.5 फीसदी लोगों ने इसे अच्छा और औसत बताया। मुख्य रूप से नीतीश कुमार के प्रदर्शन को 28.2 फीसदी लोगों ने अच्छा बताया है। 32 फीसदी लोगों ने नीतीश कुमार मुख्यमंत्री के रूप में पहली पसंद बताया जबकि 17.6 फीसदी के साथ दूसरे स्थान पर तेजस्वी यादव और 12.5 फीसदी लोगों की पसंद के साथ तीसरे नंबर सुशील मोदी रहे।
सर्वे के अनुसार बिहार में एनडीए और विपक्षी गठबंधन के बाद अन्य को 7 सीटें, जिसमें पांच लोजपा को मिल सकती हैं। अगर दलगत सीटों की बात करें तो एनडीए की 160 सीटों में भाजपा के खाते में 85, जदयू को 70 और हम-वीआईपी को 5 सीटें मिल सकती हैं। विपक्षी गठबंधन में राजद को 56, कांग्रेस को 15 और वामपंथी दलों को 5 सीटें मिल सकती हैं।
टाइम्स नाऊ-सी वोटर बिहार ओपिनियन पोल
कुल सीट-243
एनडीए-160
भाजपा-85
जदयू-70
हम, वीआईपी-5
यूपीए-76
राजद-56
कांग्रेस-15
वामदल-5
अन्य-7 (लोजपा-5)
एबीपी और सी वोटर के सर्वे में भी दिखी एनडीए की सत्ता में वापसी
टाइम्स नाऊ-सी वोटर से पहले एबीपी न्यूज और सी वोटर ने सर्वे किया था। उसमें भी एनडीए की सत्ता में फिर से वापसी की संभावना दिखी। राजद के नेतृत्व वाला विपक्षी गठबंधन पीछे रह रहा था। इस सर्वे में एनडीए को 141 से 161 सीटें मिल सकती हैं। यूपीए को 64 से 84 और अन्य दलों के खाते में 13 से 23 सीटें जाने का अनुमान था।