प्रभाकर सैल पर निगरानी टीम ने किये सवालों के बौछार, 11 घंटे तक हुई पूछताछ
नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की निगरानी टीम ने प्रभाकर सैल से मंगलवार को 11 घंटे से ज्यादा समय तक पूछताछ की है। प्रभाकर सैल के बारे में कहा जाता है कि वो चर्चित मुंबई ड्रग्स केस के एक गवाह केपी गोसावी का अंगरक्षक है। इस केस में पूर्व में गिरफ्तार किये गये शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को लेकर रिश्वत मांगने से संबंधित एक मामले को लेकर प्रभाकर सैल से यह पूछताछ की गई है। इससे पहले प्रभाकर सैल सोमवार को भी विजिलेंस टीम के सामने पेश हुआ था।
एनसीबी के अधिकारियों के मुताबिक प्रभाकर सैल और उसके वकील तुषाऱ खांडरे सीआरपीएफ कैंप में ठहरे विजिलेंस टीम के समक्ष सुबह करीब 11 बजकर 55 मिनट पर पहुंचे थे। देर रात करीब 11 बजकर 25 मिनट तक प्रभाकर सैल से पूछताछ की गई है। सोमवार को प्रभाकर से 10 घंटे से ज्यादा पूछताछ हुई थी। मंगलवार को भी विजिलेंस की टीम ने प्रभाकर पर सवालों के बौछार किये।
जांच एजेंसी ने प्रभाकर सैल को पूछताछ के लिए गुरुवार को भी बुलाया है। विजिलेंस टीम का नेतृत्व एनसीबी के डिप्टी डायरेक्टर जनरल ज्ञानेश्वर सिंह कर रहे हैं। ज्ञानेश्वर सिंह सोमवार की सुबह दिल्ली पहुंचे थे। प्रभाकर सैल को लेकर यह दावा किया जाता है कि वो मुंबई क्रूज ड्रग्स केस के एक अन्य गवाह केपी गोसावी का बॉडीगार्ड है। प्रभाकर सैल ने एक एफेडेविट में कहा था कि उसने क्रूज शिप से गिरफ्तार किये गये आर्यन खान को छोड़ने के एवज में 25 करोड़ रुपए के लेनदेन की बात सुनी थी।
सैल ने दावा किया था कि गोसावी ने कहा था कि इस डील से मिले 8 करोड़ रुपए एनसीबी के अफसर समीर वानखेड़े को दिये जाएंगे। प्रभाकर सैल के इन्हीं आऱोपों के बाद एनसीबी ने इस मामले की जांच-पड़ताल शुरू की थी। हालांकि, समीर वानखेड़े ने अपे ऊपर लगे सभी आरोपों से इनकार कर दिया था।
पिछले महिले ज्ञानेश्वर सिंह के नेतृत्व वाली टीम प्रभाकर सैल का बयान नहीं दर्ज कर सकी थी। हालांकि, इस मामले में समीर वानखेड़े समेत आठ अन्य लोगों के बयान दर्ज किये जा चुके हैं।