सुप्रीम कोर्ट के तीन पूर्व जज करेंगे हैदराबाद मामले की जाँच !
हैदराबाद एनकाउंटर मामले की सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग का गठन किया है। एनकाउंटर मामले की जांच के लिए गठित इस आयोग की अध्यक्षता सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश वीएस सिरपुरकर को दी गई है। सुप्रीम कोर्ट ने आयोग को छह महीने में रिपोर्ट पेश करने का आदेश दिया है। इसके साथ ही सर्वोच्च न्यायलय ने कहा है कि अदालत के अगले निर्देश तक कोई अन्य अदालत या प्राधिकरण इस मामले में पूछताछ नहीं करेगा।
हैदराबाद मामले की सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस एस ए बोबड़े ने इस मामले की स्वतंत्र जांच कराने की बात कही। इसको लेकर तेलंगाना पुलिस की पैरवी कर रहे वरिष्ठ अधिवक्ता मुकुल रोहतगी ने कहा कि जांच के लिए उच्च अदालत ने सर्वोच्च न्यायलय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश को पहले नियुक्त किया है। इसपर एस.ए. बोबडे की पीठ ने कहा, ‘हम इस तथ्य के प्रति सचेत हैं कि तेलंगाना उच्च न्यायालय ने इस घटना का संज्ञान लिया है।’
बता दें कि बुधवार को सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट के सेवानिवृत्त जज को नियुक्त करने की बात कही थी। चीफ जस्टिस ने कहा था कि इस मामले की जांच दिल्ली से ही की जाएगी। बता दें कि हैदराबाद गैंगरेप मामले के चारों आरोपियों के एनकाउंटर के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में दो याचिकाएं दायर की गई थी। अधिवक्ता जी.एस. मणि और अधिवक्ता एम.एल. शर्मा ने याचिका में इस एनकाउंटर मामले की तफ्तीश की मांग की थी।