5 दरिंदे अधजली लाश रेप के बाद तंत्र मंत्र का अंधविश्वास
मोहनजोदड़ो की आखिरी सीढ़ी से रमाशंकर यादव ‘विद्रोही’ की यह कविता बार-बार याद आती है। जब-जब हाथरस होता है, जब-जब निर्भया मारी जाती है, जब-जब हैदराबाद कलंकित होता है तब-तब यह कविता और ज़ोर से आंखों के आगे कौंधने लगती है, नींद में सुनाई देने लगती है। जब वह कहते हैं कि वह लाश जली नहीं है जलाई गई है ये हड्डियां बिखरी नहीं है, बिखेरी गई हैं ये आग लगी नहीं है, लगाई गई है ये लड़ाई छिड़ी नहीं है, छेड़ी गई है…” तब-तब लगता है कि वे आज अभी बात कर रहे हैं। जो हमारे सामने घट रही है। एक ऐसी ही दिल दहलाने वाली घटना राजस्थान के सीकर से कुछ दिनों पहले देखने सुनने और समझने को मिली जिसे सुनकर आप भी रोने के लिए मजबूर हो उठेंगे
हैरान परेशान करने वाली है कि लाश के साथ भी आखिर लोग ऐसा कैसे रेप कर सकते हैं ? सीकर के अजीतगढ़ थाना इलाके का यह पूरा मामला है और इस घटना के बाद से बवाल के हालात बने हुए हैं। पुलिस गंभीरता से मामले की जांच कर रही है। बड़ी बात ये है कि इस मामले में गिरफ्तार लोगों में से एक सरकारी शिक्षक भी बताया जा रहा है। जो उसी गांव का रहने वाला है, जिस गांव की महिला रहने वाली थी। मामला बेहद शर्मनाक है परिवार के लोग गांव के अन्य लोगों के साथ तुरंत शमशान घाट पहुंचे और वहां पर जो भी मिला उसे पीट दिया। पांच लोगों को बुरी तहर पीटने के बाद पुलिस के हवाले कर दिया गया। शमशान से शराब, तंत्र मंत्र का सामान और अन्य सामान बरामद किया गया है। इस मामले में पुलिस ने शंकर लाल, बाबूलाल और तीन अन्य लोगों को पकडा है। शंकर लाल गांव के ही सरकारी स्कूल का टीचर बताया गया है। वह नजर रखता था कि गांव में किसकी मौत हुई है और उसकी लाश का कब अंतिम संस्कार किया जा रहा है।मुर्दों के साथ संभोग करने की अजीब बीमारी, तंत्र साधना या काला जादू या फिर इसके पीछे मानसिक बीमारी से जूझ रहे अध्यापक की शर्मनाक करतूत इस पूरे प्रकरण को पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक आरोपियों जेल भेज दिया गया था।