दुनिया के सबसे अमीर गाँव की तस्वीरें देखकर हैरान हो जायेंगे आप, खेती से कमाते हैं 90 लाख रुपए प्रतिवर्ष !
जहाँ एक तरफ भारत में गाँव का शहरीकरण कर उसे विकास का नाम दिया जाता है, वहीँ दुनिया में एक ऐसा गाँव है, जो अपने आप में एक मिसाल है। क्योंकि इस गाँव की तस्वीर किसी के भी दिमाग में आने वाले गाँव के परिकाल्पनिक चित्र से बिलकुल उलट है। और किसी भी अत्याधुनिक शहर से भी कहीं ज़्यादा आधुनिक। इस ‘सुपर विलेज’ का नाम है हॉक्सी।
चीन के जियांग्सू प्रांत में स्थित यह गाँव दुनिया का सबसे अमीर गाँव कहा जाता है। 1960 में बसे हॉक्सी गांव में शहरों से भी ज़्यादा सुविधाएं मिलती हैं। इस गांव के लोग औसत 90 लाख रुपये से ज़्यादा प्रति वर्ष कमाते हैं। और यह आमदनी वे खेती करके करते हैं। दिलचस्प बात ये है कि इस गाँव के हर व्यक्ति के खाते में लगभग 1.50 करोड़ रुपये जमा रहते हैं। इसके साथ ही यहाँ के लोग इतने अमीर हैं कि कहीं भी आने जाने के लिए हेलीकाप्टर का इस्तेमाल करते हैं।
गौरतलब है कि लगभग 2,000 लोगों की आबादी वाला यह शहर पहले ऐसा नहीं था। 1960 से पहले तक इस गाँव के हालात भी बेकार थे। इस गाँव को बेकार से सर्वोत्तम स्थिति में लाने का श्रेय वहां की कम्युनिस्ट पार्टी के लोकल सेक्रेटरी के पद पर कार्यरत वू रेनबाओ को जाता है। अपने कार्यकाल में रेनबाओ ने गाँव का समृद्धि प्लान तैयार किया और अमल में लाये। वहां के लोगों को रोजगार देने के लिए उन्होंने फर्टिलाइजर स्प्रे कैन फैक्ट्री का निर्माण करवाया। इस तरह रोजगार देकर आर्थिक मदद करने के साथ साथ उन्होंने मुनाफे से गाँववासियों की सुख-सुविधाओ को बेहतर बनाया।
बता दें कि हॉक्सी गांव में खेती के साथ साथ स्टील और शिपिंग की कंपनियां भी चलती हैं। इस गाँव के तकरीबन 80 प्रतिशत लोग टैक्स भरते हैं। इसके बदले में यहाँ रहने वाले हर परिवार को अथाॅरिटी की तरफ से आलीशान घर, लग्जरी कार, हेलीकाॅप्टर, महंगे होटल में डिनर की सुविधाएं मुहैय्या कराई जाती हैं। वहीँ, होक्सी गाँव में 50 साल से ज़्यादा आयु की महिलाओं और 55 वर्ष से उम्रदराज पुरुषों को पेंशन दी जाती है। हालाँकि, गांव छोड़कर जाने की स्थिति में उस परिवार से ये सभी सुविधाएं वापस ले ली जाती है। बता दें कि इस सुपर विलेज में सभी घर बिलकुल एक तरह के बने हैं, जो दूर से कतार में होटल की तरह दिखते हैं।