सूफ़ी बोर्ड ने केंद्र से विवादित इस्लामिक संगठन पीएफआई पर की प्रतिबंध लगाने की मांग
अहमदाबाद, सूफ़ी इस्लामिक बोर्ड ने विवादित इस्लामिक संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) पर आतंकी और देश विरोधी गतिविधियों में शामिल होने और युवकों में जिहादी मानसिकता पैदा करने का आरोप लगाते हुए केंद्र सरकार से इसे तत्काल देश भर में प्रतिबंधित करने की मांग करते हुए चेतावनी दी है कि सरकार यदि ऐसा नहीं करती तो बोर्ड सड़कों पर उतर कर अभियान चलाएगा।
बोर्ड की गुजरात इकाई के अध्यक्ष पीर सूफ़ी सय्यद ख़ालिद नक़वी अल हुसैनी ने आज बताया कि बोर्ड राष्ट्रव्यापी स्तर पर पहले से ही हैश टैग बैन पीएफआई अभियान चला रहा है। जैसा कि विभिन्न सरकारी एजेंसियों और राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय समाचार एजेंसियों के द्वारा बराबर यह खबरें प्राप्त होती रहती हैं कि इसके तार भारत विरोधी देशों तुर्की आदि से जुड़े हुए हैं
तुर्की की अलक़ायदा और आईएसआईएस समर्थक आतंकी संगठन आई एच एच के शीर्ष नेतृत्व के साथ पीएफआई के उच्च नेतृत्व की मुलाकातें घोर चिंता का विषय हैं। इसके अतिरिक्त इस कट्टरपंथी अतिवादी संस्था के ऊपर देश भर में सैंकड़ों गम्भीर आपराधिक घटनाओं में लिप्त होने के मुकदमे दर्ज हुए और साथ ही कई मुकदमों में इनके लोग दोषसिद्ध हुए हैं।
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इनकी मानवीय संवेदनाओं के विरुद्ध संचालित गतिविधियों के कारण इन्हें झारखंड सरकार द्वारा प्रतिबंधित भी किया गया है। नौजवानो को गुमराह कर उनमें जिहादी मानसिकता का विकास करने और आतंकी गतिविधियों की ओर अग्रसर करना भी पीएफआई द्वारा किया गया है।
उन्होंने कहा, ‘हाल ही में नागरिकता संशोधन क़ानून यानी सीएए को एन आर सी बता कर मुस्लिम समुदाय को गुमराह कर चलाये गए हिंसक आंदोलन और दिल्ली, बेंगलुरू और हाथरस कांड में इस संगठन का नाम प्रकाश में आया है जो देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए गम्भीर खतरा है।
बोर्ड की राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य सय्यद वाहिद अली ने कहा कि पीएफआई ख़ुद को एक सामाजिक संगठन के रूप में प्रस्तुत कर लोगों के बीच खास तौर से मुस्लिम समुदाय के मध्य अपनी पैठ बनाती है उसके बाद अपना आतंकी एजेंडा परोस देती है।
अपने आप को स्थापित करने के लिए पीएफआई द्वारा खुद के संविधान सम्मत होने का हवाला दिया जाता है लेकिन इसके इतर वह लोग अपना आतंकी एजेंडा ही लोगों तक पहुंचाते हैं। लिहाज़ा हम सरकार से इस अतिवादी संस्था पीएफआई को अखिल भारतीय स्तर पर प्रतिबंधित करने की मांग करते हैं।’
हुसैनी ने कहा कि सूफी इस्लामिक बोर्ड जो राष्ट्रीय एकता अखंडता और सुरक्षा के लिए कार्य करता है प्रतिबद्धता के साथ पीएफआई को अखिल भारतीय स्तर पर प्रतिबंधित किये जाने के लिए अपना अभियान चला रहा है। राष्ट्रीय अध्यक्ष मन्सूर खान जी के आवाहन पर सारे भारत मे पीएफआई बैन की तहरीक चल रही है। यदि सरकार द्वारा समय रहते इस संगठन पर प्रतिबंध लगा कर कार्रवाई न की गई तो देश को बहुत बड़ी क्षति होने की संभावना है।
जैसा कि खबरें आ रही है कि तुर्की कश्मीर में आतंकवाद बढ़ाने के लिए पाकिस्तान की सहायता से उसके सीरिया में लड़ रहे लड़ाके भेजने की फिराक में है इस मे पीएफआई उसके लिए बहुत फायदेमंद साबित हो सकती है। सरकार यदि हमारी बात नहीं सुनेगी तो सूफी इस्लामिक बोर्ड सड़कों पर उतर कर पीएफआई को प्रतिबंधित किये जाने का अभियान चलाएगा।