बहराइच के इस शिक्षक के निलंबन का हुआ कुछ ऐसा विरोध कि चकित रह गए लोग
क्या ऐसा भी हो सकता है कि किसी अध्यापक के लिए एक दो नही लगभग सभी स्कूली बच्चे अपने अभिभावकों के साथ सड़क पर उतर जाएं अपने स्कूल में ही धरना प्रदर्शन करने लगें। अपने अध्यापक के गम में स्कूल छोड़ने की धमकी तक देने लगें। ऐसा हुआ है बहराइच जिले के एक प्राथमिक स्कूल में | बनारस जिले के निवासी एक अध्यापक जिसकी पोस्टिंग बहराइच के एक प्राथमिक विद्यालय में है | उस अध्यापक के निलंबन के बाद ग्रामीण अपने मासूम बच्चों के साथ स्कूल में धरना प्रदर्शन कर रहे हैं।
इस अनोखे धरना प्रदर्शन को देख कुछ लोग हैरान हैं कि उस शिक्षक में पता नही ऐसी कौन सी आकर्षण शक्ति है कि उस पर हुई कार्यवाही के बाद उसके जाने के गम में पूरा गांव दुखी है।
जहां एक तरफ बच्चे अभिभावक व ग्राम प्रधान उस अध्यापक की कार्यशैली से प्रभावित होकर आंदोलित हैं, तो दूसरी ओर जिला बेशिक शिक्षा अधिकारी ड्रेस वितरण में अनियमितता व लापरवाही के लिए अपनी कार्यवाही को सही ठहरा रहे हैं।
बहराइच जिले का प्राथमिक विद्यालय सरसठ बिटौरा सुर्खियों में है | स्कूल के हेडमास्टर अवधेश झा को सरकारी ड्रेस वितरण में मानकों को अनदेखा करने व अपने दायित्वों में लापरवाही बरतने के आरोप में बी.एस.ए ने निलंबित कर दिया गया ।
पूरे गांव में उदासी छा गई
मास्टर अवधेश ने निलंबन की बात स्कूल में अपने बच्चों को तबादले के रूप में बताई और स्कूल से चले गए | लेकिन बच्चों पर दिलों जान न्यौछार करने वाले अध्यापक पर एकाएक हुई इस कार्यवाही पर स्कूली बच्चे व अभिभावक कुछ इस कदर दुखी हुए कि पूरे गांव में उदासी छा गई |
बच्चो और अभिभावकों ने की नारेबाजी
दूसरे दिन स्कूल ड्रेस में बच्चे स्कूल तो पहुंचे लेकिन बिना बैग के और देखते देखते स्कूल में अभिभावकों की भी भारी भीड़ इकट्ठा हो गई और स्कूल की लान में पंक्तिबद्ध बैठ कर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया | अपने अध्यापक अवधेश को वापस बुलाने की मांग करते हुए नारे बाजी शुरू कर दी। स्कूल में हुए इस प्रदर्शन की जानकारी आग की तरह काफी दूर तक फैल गई कुछ स्थानीय मीडियाकर्मी भी इस अनोखे विरोध प्रदर्शन को देखने वहां पहुंचे।