कथा वाचक ने एक पार्टी के लिए जनता से की वोट करने की अपील, कांग्रेस ने की शिकायत
कांग्रेस पार्टी ने एक प्रसिद्ध कथा वाचक पर आरोप लगाया है कि उन्होंने अपनी कथा के दौरान एक विशेष पार्टी के लिए जनता से वोट करने की अपील की है। इस मामले में कांग्रेस ने चुनाव आयोग से कार्रवाई की मांग की।
कांग्रेस ने चुनाव आयोग से कथाओं पर रोक लगाने की मांग की
कांग्रेस पार्टी ने चुनाव आयोग से प्रसिद्ध पंडित प्रदीप मिश्रा को लेकर एक शिकायत की है उन्होंने आरोप लगाया है कि कथावाचक ने अपनी कथाओं में विशेष पार्टी के लिए जनता से वोट करने की अपील की है। बताते चलें कि मामला महाराष्ट्र के सीहोर से जुड़ा हुआ है। यहां कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा एक कथा को संबोधित करने के लिए पहुंचे हुए थे। वहीं एक धार्मिक आयोजन में प्रधानमंत्री और भाजपा का नाम लेकर उनके लिए वोट मांगे थे जो कि चुनाव आयोग के निर्देशों का उल्लंघन है और संविधान विरोधी है। कांग्रेस पार्टी का तरफ से लगाए गए आरोपों पर कथावाचक प्रदीप मिश्रा की तरफ से विठलेश सेवा समिति ने आरोपों का जवाब दिया है। यहां समिति से जुड़े समीर शुक्ला ने कहा है कि पंडित जी ने किसी भी विशेष पार्टी के लिए जनता से वोट करने की अपील नहीं किया उन्होंने कहा है कि आप लोग सनातन पर अपना वोट करें।
चुनाव आयोग को कांग्रेस ने दिया ज्ञापन
सीहोर में कथावाचक प्रदीप मिश्रा के द्वारा एक पार्टी के लिए वोट मांगे जाने को लेकर कांग्रेस पार्टी के पूर्व महासचिव पंकज शर्मा ने भारत के मुख्य निर्वाचन आयुक्त के नाम संबोधित एक पत्र कलेक्टर कार्यालय देकर कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा की आचार संहिता उल्ंलघन की शिकायत की है। उन्होंने कहा है कि एक के बाद एक कथा वाचक के द्वारा कथाओं को संबोधित करते हुए किसी न किसी प्रत्याशी के लिए वह अपील करते हुए दिखाई दिए हैं। ऐसा करना चुनाव आयोग की धज्जियां उड़ाने जैसा है। उन्होंने आगे कहा है कि प्रदीप मिश्रा हमेशा से देश के संविधान को बदलने, लोकतंत्र को खत्म करने और हिंदू राष्ट्र बनाने संबधी अनर्गल बयान देते रहे हैं। इनका देश के लोकतंत्र और संविधान में कोई विश्वास नहीं है और ये जानबूझकर अपनी धार्मिक कथाओं में भाजपा नेताओं को बुलाकर धर्म के नाम पर वोट मांगकर भोली भाली जनता को गुमराह करने का काम करते हैं। ऐसे में आप चुनाव आयोग से मांग करते हैं कि उनकी सभी कथाओं पर पूरी तरीके से रोक लगा दी जाए जब तक सभी चरणों की मतदान नहीं हो जाते हैं।