एसटीएफ ने आरोपी डॉ. संतोष चौरसिया को दबोचा, व्यापम घोटाले में जा चुका है जेल
लखनऊ. उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा-2021 (यूपीटीईटी 2021) के पेपर लीक होने के मामले में उत्तर प्रदेश एसटीएफ (STF) ने बुधवार शाम को राजधानी लखनऊ (Lucknow) से आरोपी डॉ. संतोष चौरसिया को गिरफ्तार किया है. डॉ. संतोष व्यापम घोटाले का आरोपी है और जेल भी जा चुका है. संतोष ने कुबूल किया कि उसने 20 लाख रुपये में पेपर लीक कराने का सौदा किया था. एटीएफ की पूछताछ जारी है. एडीजी एसटीएफ अमिताभ यश के मुताबिक पेपर लीक मामले में आगरा के बाह का रहने वाला डॉ. संतोष चौरसिया लखनऊ के आलमबाग से गिरफ्तार किया गया है. पूछताछ में सामने आया कि वह मध्य प्रदेश के व्यापम घोटाले में जेल जा चुका है. इस मामले में उसके साथ बांदा का निवासी विकास दीक्षित भी जेल गया था.
संतोष ने कुबूला कि विकास के जरिए उसकी मुलाकात फरवरी 2021 में प्रयागराज के रहने वाले राहुल मिश्रा व अनुराग शर्मा से हुई थी. जो नोएडा में रहता है. राहुल मिश्रा पेपर लीक कराने का काम करता है. उसका संबंध जौनपुर के वेदीराम के भाई मनीराम से हैं. पूछताछ में सामने आया कि राहुल मिश्रा से टीईटी पेपर के संबंध में बातचीत फार्म भरे जाने के समय से ही हुई थी. उसने बताया था कि ऐसी संस्था को टीईटी परीक्षा का काम दिया जा रहा है. जहां से पेपर लीक हो जाएगा.
अमिताभ यश ने बताया कि आरोपी संतोष ने पूछताछ में बताया कि 26 नवंबर को नोएडा से लखनऊ पहुंचा. 27 को रोशन पटेल से 8 बजे रात को मुलाकात हुई. उसी दिन मेरी बात राहुल मिश्रा से हुई तो उसने 40 लाख रुपये में पेपर देने के लिए कहा था लेकिन मना कर दिया. इसके बाद बातचीत के दौरान सौदा 20 लाख रुपये में तय हो गया. राहुल ने रात 11.30 बजे पेपर को BOTIM app पर भेज दिया. पेपर लीक होने की जानकारी होने पर अपना मोबाइल तोड़कर कर लखनऊ से भाग गया था. इस दौरान फरीदाबाद, नैनीताल, इंदौर व इटावा में घूमता रहा. इस दौरान दर्जनों सिम व मोबाइल का प्रयोग किया. इस मामले में एसटीएफ ने अब तक 33 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है.