56 साल की हसीना शौक के लिए करती थी चोरी बोकारो में बना रखा है 2 मंजिला मकान, गिरफ्तार,
शाैकिया ताैर पर चोरी:ऑटो में महिला यात्रियों के बगल में बैठकर बैग से चुरा लेती थी जेवर और पैसे
11 वर्षों से कर रही है चाेरी, घर से जेवर और पैसा बरामद
राजधानी में ऑटाे से सफर करने वाली महिलाओं के बैग से पर्स और जेवरात की चाेरी करने वाली एक महिला काे पुलिस ने बाेकाराे के पेटरवार से गिरफ्तार कर शनिवार काे जेल भेज दिया है। आराेपी महिला का नाम हसीना बानाे है। पुलिस ने हसीना के पास से चाेरी के 24 हजार नकद और जेवरात बरामद की है।
पूछताछ में हसीना ने चाेरी की घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है। काेतवाली थानेदार शैलेस प्रसाद ने बताया कि बूटी माेड़ निवासी आशा कुमारी 13 अक्टूबर काे नागाबाबा खटाल के समीप से काठीटांड़ जाने के लिए ऑटाे में बैठी थी। आराेपी महिला भी बगल में सवारी बनकर बैठ गई। थाेड़ी दूर आगे जाने के बाद ही आराेपी हसीना ऑटाे में रखे बैग का चैन खाेलकर पैसा और जेवरात की चाेरी कर ली थी। आशा जब काठीटांड़ पहुंचीं ताे पता चला कि बैग का चैन खुला हुआ है। इसके बाद उसे शक हुआ। जांच की ताे पता चला कि पैसा और जेवरात गायब है।
इसके बाद वह घटना की जानकारी पुलिस काे देते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई थी। प्राथमिकी दर्ज हाेने के बाद पुलिस ने जब अनुसंधान शुरू की ताे टेक्निकल सेल की मदद से आराेपी महिला के बारे में जानकारी मिली। इसके बाद पुलिस ने उसे बाेकाराे के पेटरवार स्थित पैतृक गांव से गिरफ्तार कर ली।
घर में पति, 2 बेटी और एक बेटा, सभी परेशान
आराेपी महिला का उम्र 56 वर्ष है। वह शाैकिया ताैर पर राजधानी में ऑटाे से सफर करने वाली महिलाओं काे निशाना बनाते हुए बैग से जेवरात की चाेरी करती है। आराेपी महिला ऑटाे में बगल में बैठने वाली महिलाओं के पर्स से कब पैसा और जेवरात निकाल लेती है, इसका भनक तक नहीं लगती थी। महिला के घर में पति और दाे बेटी के अलावा एक शाैतेला बेटा भी है। सभी महिला की इस हरकत का विराेध करते हैं।
जेवर बेच खुद का खर्च चलाती थी
पुलिस की टीम जब आराेपी महिला के घर छापेमारी करने पहुंची ताे दाे मंजिला इमारत देखकर हक्का-बक्का रह गई। घर में सुख-सुविधा के सभी सामान माैजूद थे। चाेरी करने के बाद महिला घर बनाने में ही ज्यादा पैसा खर्च करती थी। औने-पाैने दाम में जेवरात की भी बिक्री करती थी, जिससे वह अपना खुद का खर्च चलाती थी।
कई मामले दर्ज, जा चुकी है जेल
हसीना 11 वर्षाें से वह विभिन्न जगहाें पर जाकर चाेरी करती थी। जेल भी जा चुकी है। इसके खिलाफ वर्ष 2010 में डाेरंडा थाना में, वर्ष 2011, 2014 व 2016 में लालपुर थाना में, वर्ष 2015 में लाेअर बाजार थाना में और वर्ष 2015 में सदर थाना में केस दर्ज हो चुका है। धनबाद में भी विभिन्न थानाें में प्राथमिकी दर्ज है।
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