तमाम राज्यों ने पीएम मोदी से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मांगा बकाया पैसा, कोविड-19 से जंग के लिए रखी कई मांग
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए देश के तमाम प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों से बातचीत की। इस बातचीत कि मुख्य वजह कोरोनावायरस से निपटना रहा। वही राज्य सरकारों ने केंद्र से अपने बकाया पैसों की भी मांग की है। राज्य सरकारों ने केंद्र से मेडिकल कि और बकाए पैसे के साथ ही आर्थिक मदद की भी मांग की है।
बता दें कि पंजाब ने इस दौरान केंद्र से 60,000 करोड़ के पुराने बकाए की मांग की है। साथ ही पंजाब ने नए फसल के आने से पहले केंद्र सरकार से दो लाख मैट्रिक टन गेहूं को रखने की व्यवस्था करने की भी मांग की है। इसी के साथ पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी इस दौरान 2500 करोड़ की मदद की मांग की है। साथ ही उन्होंने 50000 करोड़ के पुराने बकाए की भी मांग की है। पश्चिम बंगाल और पंजाब ही नहीं बाकी राज्य ने भी पीएम नरेंद्र मोदी से कोरोना से जंग लड़ने के लिए पर्सनल प्रोटक्शन इक्विपमेंट की सप्लाई की मांग सामने रखी है। इस दौरान राज्यों ने पीएम मोदी से कहा कि इस बार लॉक डाउन की वजह से राजस्व कलेक्शन में कमी आएगी इसकी भरपाई केंद्र को करनी चाहिए।
वहीं इस दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण स्कीम को प्रदेशों सरकारों से लागू करने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि राज्य सरकारें कोशिश करें कि पलायन को रोका जा सके। इसके साथ ही गरीबों को उनके खाते में पैसा और राशन मिल जाए। राज्य सरकारों ने केंद्र से लॉक डाउन को बढ़ाए जाने के लिए कर सवाल पूछा सरकारों ने पूछा कि क्या लॉक डाउन को बढ़ाने का प्लान है।
पीएम मोदी ने इस दौरान यह भी कहा कि केंद्र राज्य सरकारों का हर कदम पर साथ देगी। पीएम मोदी ने इस दौरान सभी प्रदेशों के अधिकारियों से उनके मेडिकल सुविधाओं के बारे में भी जाना।