यूपी निकाय चुनाव से पहले सपा की मेयर प्रत्याशी अर्चना वर्मा ने थामा BJP का हाथ
यूपी में नगर निगम का चुनाव होने से पहले ही वहां बड़ा राजनीतिक उलटफेर देखने को मिला है. अर्चना वर्मा जिन्हें समाजवादी पार्टी ने मेयर का प्रत्याशी बनाया था उन्होंने अब भाजपा का हाथ थाम लिया है. अर्चना वर्मा उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक और वित्त मंत्री सुरेश खन्ना की मौजूदगी में पार्टी में शामिल हुई हैं.
अर्चना वर्मा को सपा ने मेयर का टिकट भी दे दिया था लेकिन उन्होंने सपा मुखिया अखिलेश यादव को तगड़ा झटका देते हुए उन्होंने बीजेपी का दामन थाम लिया. अर्चना वर्मा ने रविवार को लखनऊ स्थित बीजेपी के मुख्यालय पर पार्टी की सदस्यता ग्रहण की.
डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने दिलाई शपथ
यूपी के डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने उन्हें पार्टी की सदस्यता ग्रहण कराई और पार्टी में शामिल होने के लिए उन्हें शुभकामनाएं भी दीं. इस मौके पर बीजेपी के कई अन्य नेता भी मौजूद रहे.
शाहजहाँपुर जिला पंचायत की पूर्व अध्यक्ष श्रीमती अर्चना वर्मा के भाजपा परिवार में सम्मिलित होने पर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं।
भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के फैसले का हम स्वागत करते हैं।अर्चना वर्मा के भाजपा परिवार की सदस्यता लेने से पार्टी को जनपद में लाभ मिलेगा।@Bhupendraupbjp pic.twitter.com/HmtEEnRMQg— Jitin Prasada जितिन प्रसाद (@JitinPrasada) April 23, 2023
राजनीतिक परिवार से ताल्लुक रखती हैं अर्चना वर्मा
जानकारी के लिए बता दें कि अर्चना लोधी समाज से ताल्लुक रखती हैं और अखिलेश सरकार में मंत्री रहे राममूर्ति वर्मा की बहू हैं. अर्चना शाहजहांपुर की पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष भी रह चुकी हैं. वह साल 2005 और 2015 में जिला पंचायत सदस्य चुनी गई थीं. साल 2006 में वह शाहजहांपुर जिले की जिला पंचायत अध्यक्ष रहीं. वहीं अर्चना के पति राजेश वर्मा साल 2022 में सपा की टिकट पर ददरोल से विधानसभा का चुनाव लड़े थे लेकिन उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा था. वहीं सपा सरकार में मंत्री रहे और अर्चना वर्मा के ससुर राममूर्ति सिंह वर्मा 4 बार विधायक रहे, इसके अलावा वे 2 बार शाहजहांपुर लोकसभा सीट से दो बार सांसद भी चुने गए थे.