तेज हुईं योगी मंत्रिमंडल में फेरबदल की अटकलें, निगमों व आयोगों में खाली पदों को भी भरने की तैयारी
लखनऊ. दिल्ली में केंद्रीय नेतृत्व के साथ हुई मैराथन बैठकों के बाद यूपी बीजेपी प्रभारी राधामोहन सिंह एक बार फिर लखनऊ के दौरे पर हैं. रविवार को राधामोहन सिंह राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और विधानसभा अध्यक्ष हृदयनारायण दीक्षित से मुलाकात करेंगे. जानकारी के मुताबिक, संघ प्रमुख एवं संगठन के आदेश पर यूपी प्रभारी राधामोहन शनिवार देर शाम लखनऊ पहुंचे है. अचानक लखनऊ पहुंचने पर योगी मंत्रिमंडल में विस्तार की अटकलें एक बार फिर तेज हो गई हैं.
राधामोहन सिंह आज सुबह 11:00 बजे यूपी प्रभारी आनंदीबेन पटेल से मुलाकात करेंगे. सूत्रों के मुताबिक इस दौरान सरकार में को लेकर चर्चा हो सकती है. जानकारी के मुताबिक उत्तर प्रदेशमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में 2022 का चुनाव होगा, लेकिन कैबिनेट विस्तार में कई अहम बदलाव भी होंगे. साथ ही खाली पड़े निगमों और आयोगों के पदों को भरने की तैयारी है. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह और महामंत्री संगठन सुनील बंसल ने पार्टी कार्यकर्ताओंऔर पदाधिकारियों के नामों पर चर्चा हुई है. जल्द ही इन नामों की सूची सरकार को भेजी जाएगी। प्रधानमंत्री के करीबी माने जा रहे एके शर्मा को उत्तर प्रदेश में अहम जिम्मेदारी दी जा सकती है.
जल्द बदलाव की सुगबुगाहट
हालांकि पार्टी के पदाधिकारियों का मानना है कि राधामोहन सिंह की राज्यपाल से शिष्टाचार मुलाक़ात है. लेकिन सूत्र बता रहे हैं कि यह महज शिष्टाचार मुलाक़ात नहीं बल्कि जल्द ही होने वाले बदलाव की सुगबुगाहट है. इसके साथ ही बीजेपी 2022 के चुनाव की रणनीति को अमली जामा पहनाने की कवायद भी तेज कर रही हैं.
विधायकों की तैयार होगी परफॉरमेंस रिपोर्ट
दरअसल, कोरोना वायरस की दूसरी लहर की रफ्तार जैसे-जैसे धीमी पड़ती जा रही है, वैसे-वैसे बीजेपी यूपी के विधानसभा चुनाव 2022 की अपनी चुनावी रणनीतियों पर तेजी से काम करना शुरू कर दिया है. इस बीच बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व ने सीएम योगी आदित्यनाथ के उत्तर प्रदेश के विधायकों का परफॉर्मेंस रिपोर्ट तैयार करने का फैसला किया है. यही नहीं, विधानसभा चुनाव में विधायकों के परफॉर्मेंस की रिपोर्ट पर ही उनका भविष्य तय होगा. साफ है कि परफॉरमेंस रिपोर्ट के जरिये पार्टी विधानसभा चुनाव में टिकट के बंटवारे पर फोकस करेगी. सूत्रों की मानें तो बीजेपी यूपी में संगठन के जरिए बूथ लेवल से लेकर जिला लेवल तक हर विधायक की परफॉर्मेंस रिपोर्ट लेगी. विधायकों की परफॉर्मेंस रिपोर्ट केवल संगठन के फीडबैक पर नहीं बनाई जाएगी बल्कि पार्टी उसके लिए प्राइवेट एजेंसियों की भी मदद लेगी. पार्टी संगठन के फीडबैक और स्वतंत्र एजेंसी की रिपोर्ट के आधार पर विधायकों की परफॉर्मेंस रिपोर्ट तैयार करेगी.