अपने मुस्लिम नेता से जेल में मिलने ना जाना अखिलेश यादव की सियासती रुकावट या निजी………..

सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव अपने किसी मुस्लिम नेता से जेल में मिलने क्यों नही जाते?

 

 

*सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव अपने किसी मुस्लिम नेता से जेल में मिलने क्यों नही जाते? मुसलमानों से अखिलेश यादव को इतना परहेज़ क्यों-राष्ट्रीय ओलमा कौन्सिल*

आजमगढ़ के इटौरा स्थित जिला/मंडलीय कारागार में कई मामलों में निरुद्ध सपा के बाहुबली विधायक रमाकांत यादव से मिलने आज पहुंचे। जिसे लेकर राजनीति की सियासत तेज हो गई है। राष्ट्रीय ओलमा कौन्सिल ने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के आज़मगढ़ जेल में जाकर सपा विधायक रमाकांत यादव से मुलाक़ात पर सख्त एतराज़ जताया है।

 

पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता तलहा रशादी ने जारी वीडियो बयान में सवाल किया कि यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री व आज़मगढ़ के पूर्व सांसद अखिलेश यादव जेल में बंद हत्या के आरोपी व शराब माफियाओं के संरक्षक माफिया विधायक से मिलने तो पहुंच जाते हैं पर किसी मुस्लिम विधायक, सपा के मुस्लिम कार्यकर्ताओं से मिलने जेल नहीं पहुंच पाते हैं। पूछा कि अखिलेश ढाई साल तक जेल में बंद प्रदेश के बड़े नेता आज़म खान से नहीं मिल पाते, न ही बरेली के अपने मुस्लिम विधायक शहजिल इस्लाम जिनकी संपत्ति पे मौजूदा सरकार ने बुलडोज़र चला दिया। अपने आज़मगढ़ के संसदीय कार्यकाल में बिलरियागंज में CAA आंदोलन के दौरान पुलिस की लाठीचार्ज में घायल मुस्लिम महिलाओं, जेल में बंद मुस्लिम नौजवानों/बुजुर्गों से मिलने नहीं पहुंच पाते हैं। आखिर अखिलेश को मुसलमानों से इतना परहेज़ क्यों है। प्रदेश की अवाम और खास तौर से यूपी का मुसलमान इसे याद रखेगा। आज़मगढ़ के उपचुनाव में उसने अपनी नाराजगी का एहसास कराया। अगर सपा मुसलमानों से ऐसे ही परहेज़ करेगी तो याद रहे कि आने वाले 2024 के इलेक्शन में यूपी का मुसलमान भी समाजवादी पार्टी से परहेज़ करने लगेगा।

रिपोर्टर – राकेश वर्मा

 

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