कांग्रेस के गढ़ अमेठी में सपा खेलेगी दांव, बीजेपी को लग सकता है बड़ा झटका..
उत्तरप्रदेश–लोकसभा चुनाव में अभी एक साल का वक्त बाकी है, लेकिन सियासी समीकरण सेट की जाने लगी हैं।पिछले दो दशक से गांधी परिवार के गढ़ रहे अमेठी में कांग्रेस को वाकओवर देने वाली सपा ने 2024 के लोकसभा चुनाव में अपना प्रत्याशी उतारने के संकेत दिए हैं। सपा के चुनावी मैदान में उतरने से बीजेपी का समीकरण हो सकता है खराब ।
गांधी परिवार का उत्तर प्रदेश के अमेठी व रायबरेली से भवनात्मक रिश्ता है।रायबरेली में सोनिया गांधी लगातार चुनाव जीत रही हैं, लेकिन बगल की अमेठी सीट का सियासी रंग बदल गया है। 2019 के चुनाव में राहुल गांधी को स्मृति ईरानी ने शिकस्त देकर गांधी परिवार के अभेद्य दुर्ग माने जाने वाले अमेठी में भगवा फहरा दिया। अब दो दशक तक कांग्रेस को वॉकओवर देने वाली समाजवादी पार्टी ने 2024 के चुनाव में अमेठी में दो-दो हाथ करने का मन बना लिया है।
ऐसे में सवाल उठता है कि सपा के कैंडिडेट उतारने से कांग्रेस और बीजेपी में से किसकी मुश्किलें बढ़ेंगी यह तो आने वाला वक्त ही तय करेगा।2024 के लोकसभा चुनाव में अमेठी की जनता बड़े लोगों को नहीं बड़े दिल वाले लोगों को चुनेगी।सपा अमेठी की गरीबी को मिटाने का संकल्प उठाती है। इसके साथ ही उन्होंने मौजूदा सांसद स्मृति ईरानी पर निशाना साधते हुए कहा कि आगामी लोकसभा 2024 चुनाव में सिलेंडर वाली सांसद को चुनाव जरूर हराना।
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अमेठी दौरे के दौरान यह भी कहा अमेठी में गरीब महिलाओं की दुर्दशा देखकर मन बहुत दुखी हुआ। यहां हमेशा VIP जीते और हारे हैं, फिर भी यहां ऐसा हाल है तो बाकी प्रदेश का क्या कहना। अगली बार अमेठी बड़े लोगों को नहीं, बड़े दिलवाले लोगों को चुनेगा। सपा अमेठी से गरीबी हटाने की कसम खाती है।