गोरखपुर : एसपी ट्रैफिक ने नगर निगम को भेजा नोटिस
गाड़ियों के नंबर प्लेट व ड्राइवर का लाइसेंस व कागजात ठीक रखने का दिया निर्देश
गोरखपुर : यातायात व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने व यातायात नियमों का पालन कराने के उद्देश्य से एसपी ट्रैफिक आदित्य प्रकाश वर्मा ने नगर निगम को नोटिस दिया है कि वह अपने गाड़ियों के टूटी नंबर प्लेट को ठीक रखने व ड्राइवरों द्वारा ड्राइविंग लाइसेंस व कागजात ठीक रखने का निर्देश दिया है ।
एसपी ट्रेफिक आदित्य प्रकाश वर्मा से बात की गई तो उन्होंने बताया कि आम नागरिक की शिकायत पर नगर निगम को नोटिस भेजकर सूचित किया गया है कि वह अपने गाड़ियों के नंबर प्लेट को ठीक रखें व ड्राइवरो के पास ड्राइविंग लाइसेंस होना भी सुनिश्चित करें क्योंकि बिना ड्राइविंग लाइसेंस के गाड़ी चलाना अपराध की श्रेणी में आता है और ड्राइवर की लापरवाही से दुर्घटना होने की भी संभावना बनी रहती है।
मिली जानकारी के अनुसार नगर निगम में सैकड़ो गाड़ियां चलती है लेकिन गाड़ियों के रखरखाव पर विशेष ध्यान नहीं दिया जाता है अधिकतर गाड़ियों के नंबर प्लेट टूटे हुए हैं तो बहुत सी गाड़ियां बिना नंबर के ही चल रही है इनका कोई रिकॉर्ड भी शायद नगर निगम के पास होगा। नगर निगम में चलने वाले बहुत से ड्राइवर अपने स्थान पर दूसरे ड्राइवरों से गाड़ी चलवाते हैं और घर बैठे नगर निगम से सैलरी लेते हैं इतना ही नहीं नगर निगम के स्टोर रूम में बहुत सी गाड़ियां सड़ रही हैं जिनकी वर्षों से नीलामी भी नहीं की गई है इससे नगर निगम को लाखों रुपए का नुकसान भी हो रहा है ।
बता दे कि 25 जनवरी को नगर निगम ने ड्राइवरो को चाभी दे दी गई और आउटसोर्सिंग पर बहुत से ड्राइवरों को नियुक्त किया गया है जिसमे भी खूब खेल हुआ । 18 ड्राइवरो को 11 महीने के एग्रीमेंट पर रखा गया। पार्षद से लेकर महापौर ने अपने चाहते ड्राइवर की नियुक्ति की है।
मिली जानकारी के अनुसार 250 गाड़ियां स्वास्थ्य विभाग, 25 गाड़ियां निर्माण विभाग ,15 गाड़ियां पथ प्रकाश विभाग, 6 जेसीबी ,25 छोटे बड़े डंपर कूड़ा उठाने वाली ,पांच ट्रैक्टर ट्राली समेत अन्य गाड़ियां नगर निगम के पास हैं जिनके शायद कभी फिटनेस या इंश्योरेंस हुआ होगा ।
विभागीय सूत्रों की माने तो सरकारी वाहनों का इंश्योरेंस व फिटनेस कराने की आवश्यकता नहीं पड़ती है एक बार गाड़ी विभाग में आ जाती है तो वह तब तक चलती रहती है जब तक उसका इंजन जवाब ना दे दे।