सपा मुखिया अखिलेश यादव ने बताया कब करेंगे बाबा काशी विश्वनाथ के दर्शन
सरकार बनते ही तीन माह के अंदर जातीय करायेंगे जनगणना
लखनऊ: 2022 के आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर को लेकर । वही पीएम मोदी पर दिए बयान के बाद अखिलेश विवादों में धिर गए। सपा मुखिया अखिलेश यादव ने कहा कि युवाओं का उत्साह 2022 में बदलाव का संकेत है। अखिलेश ने युवाओं से आह्वान किया कि योगी को हटाकर योग्य सरकार लायें तभी नौजवानों की बेकारी, बेरोजगारी दूर होगी। उन्होंने घोषणा की है कि सरकार बनते ही तीन माह के भीतर जातीय जनगणना करायेंगे। जौनपुर में पत्रकारों के एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि यूपी चुनाव जीतते ही वह बनासर में बाबा काशी विश्वनाथ के दर्शन करने जाएंगे। उन्होंने एक बार फिर दोहराया कि काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के लिए सपा ने सबसे पहले योजना बनाई थी।
मंदिर में खड़े होकर सच बोल दें
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के लिए सपा ने सबसे पहले भवन एडप्ट करने की योजना बनायी थी। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा के लोग सच नहीं बोलते है। यदि मंदिर में खड़े होकर सच बोल दें कि सपा ने कॉरिडोर की बात नहीं की है तो हमसे जवाब ले लीजियेगा। यही नहीं अखिलेश ने निशाना साधते हुए कहा कि सीएम योगी जी कितने समझदार है कि गंगा में डुबकी नहीं लगाई। वह जानते हैं कि करोड़ों खर्च के बाद गंगा मां आज भी मैली है। यमुना का किनारा भी गंदा है। गोमती भी गंदी है।
अखिलेश यादव ने कहा कि युवाओं का उत्साह 2022 में बदलाव का संकेत है। युवाओं का आह्वान किया कि योगी को हटाकर योग्य सरकार लायें तभी नौजवानों की बेकारी, बेरोजगारी दूर होगी। उन्होंने घोषणा की है कि सरकार बनते ही तीन माह के भीतर जातीय जनगणना करायेंगे। बस पर बने रथ मंच से ही सभा को सम्बोधित करते हुए अखिलेश ने कहा कि समुद्र में जो लहरें उठती हैं वह लहर लोगों के बीच से गुजर रही है। आपका उत्साह बता रहा है कि पूर्ण रूप से बदलाव होने जा रहा है। उन्होंने कहा कि बदलाव इसलिए भी जरूरी हो गया है कि किसान दुखी हैं। जब कमायी आधी और महंगाई दोगुनी हो गयी तो ऐसे में खुशहाली कहां से आयेगी। उन्होंने कहा कि सर्व समाज के लोग अब साथ हैं। नौजवानों को अपनी दम पर डबल इंजन की सरकार को हटाना होगा।
उन्होंने कहा कि भाजपा हमारे और आपके बीच नफरत फैला रही है। लेकिन संविधान बचाने की जरूरत है। संविधान बचेगा तो हमारा सम्मान बचेगा। आरोप लगाया कि सरकार जातियों की जनगणना से सरकार कतरा रही है। सरकार बनते ही तीन महीने के अंदर जातीय जनगणना करायी जायेगी।