सपा उम्मीदवार नितीश राणा को पुलिस ने किया गिरफ्तार, जाने पूरा मामला
सहारनपुर जनपद में हुए ब्लॉक प्रमुख चुनाव में जहां भाजपा ने 11 में से 8 सीटों पर अपना परचम फहराया वहीं 2 सीटों पर भाजपा समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार की जीत हुई जबकि केवल एक सीट बसपा के खाते में गई लेकिन इन सबके बीच में देवबंद ब्लॉक सीट पर जमकर सरकार के विरूद्ध नारेबाजी भी हुई सपाइयों ने धरना प्रदर्शन कर प्रशासन पर सत्ता के दबाव में भाजपा उम्मीदवार को विजई बनाने का आरोप भी लगाया।
सहारनपुर जनपद के देवबंद ब्लॉक में हुए धरने लाठीचार्ज के बाद सपा उम्मीदवार नितीश राणा के पति कार्तिकेय राणा को पुलिस गाड़ी में डालकर अपने साथ सहारनपुर पुलिस लाइन ले आई जहां कार्तिकेय राणा ने कहा कि वह आयोग में जाएंगे और किस तरह से उनकी जीत को हार में प्रशासन ने सत्ता के दबाव में तब्दील किया है इन सब के सबूत देते हुए फिर से दावा करेंगे… सपा नेता कार्तिकेय राणा का कहना है देवबंद ब्लॉक पर 112 सदस्यों की वोटिंग होनी थी जिसमें से की 75 उनके थे और आज भी हैं और अगर आयोग चाहेगा तो वह 75की परेड भी करा देंगे। लेकिन अपना विरोध जरूर दर्ज कराएंगे और यह उनका अधिकार भी है वही सपा नेता का साथ देने पहुंचे कांग्रेस विधायक नरेश सिंह सैनी ने इसे लोकतंत्र की हत्या बताते हुए कहा कि पूरे प्रदेश में सत्ता की हनक के चलते विपक्ष हराकर सत्ता के उम्मीदवारों को काबिज किया जा रहा है। जो कि गलत है वही कांग्रेस विधायक मसूद अख्तर ने कहा कि त्रिस्तरीय जिला पंचायत चुनाव हो या फिर ब्लॉक प्रमुख चुनाव सभी में प्रदेश सरकार ने अपनी हनक दिखाई है सहारनपुर में भाजपा के केवल 14 सदस्य ही जीत कर आए थे और उन्हें जीत के लिए 25 सदस्यों का वोट चाहिए था लेकिन इन सब के बावजूद भाजपा का ही व्यक्ति जिला पंचायत अध्यक्ष बन गया ऐसे ही ब्लॉक प्रमुख चुनाव में जब भाजपा बहुत पीछे रही है तो भाजपा के ही ब्लाक प्रमुख बन रहे हैं। और देवबंद ब्लॉक की सीट जो कि केवल सपा के खाते में थी उस पर भी साजिश कर सत्ता के नाम कर दिया है उन्होंने कहा कि इसका आने वाले विधानसभा चुनाव पर पूरा असर पड़ेगा और जनता भाजपा को सबक सिखाने का काम करेगी और उनकी सरकार आएगी तो वह भी करेंगे ऐसे ही इतना ही नहीं वे ईट का जवाब पत्थर से भी देने का काम करेंगे