सपा प्रत्याशी नाहिद हसन की जमानत अर्जी हुई ख़ारिज, अखिलेश यादव इन्हें दे सकते हैं टिकट
नाहिद हसन की जमानत अर्जी कोर्ट ने की ख़ारिज, अब इन्हें सपा बनाएगी अपना उम्मीदवार
लखनऊ: यूपी विधानसभा चुनाव की तारीख आने के बाद पार्टियां लगातार अपने उम्मीदवारों का ऐलान कर रही हैं. ऐसे में सपा प्रमुख ने तीन दिन पहले गैंग्स्टर मामले में जेल भेजे गए समाजवादी पार्टी के विधायक नाहिद हसन को उम्मीदवार बनाया था. हालांकि अब जेल गए नाहिद हसन की जमानत अर्जी कोर्ट ने खारिज कर दी है. जिसके बाद नाहिद अब जेल में ही रहेंगे. ऐसे में अब माना जा रहा है कि सपा अब इस सीट पर अपने उम्मीदवार बदल सकती हैं. सपा प्रमुख अखिलेश यादव नाहिद की जगह उनकी बहन को सपा प्रत्याशी बना सके हैं.
शामली कोतवाली पुलिस ने गैंगस्टर एक्ट के मुकदमे में वांछित चल रहे कैराना से सपा विधायक एवं गठबंधन प्रत्याशी नाहिद हसन को शनिवार को अरेस्ट करने के बाद 14 दिन की न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया था.
विधायक के अधिवक्ता की ओर से एफटीसी/गैंगस्टर कोर्ट में जमानत के लिए अर्जी लगाई गई. सोमवार को विधायक की जमानत अर्जी पर सुनवाई होनी थी, लेकिन पुलिस एडजर्न आने की वजह से जमानत पर सुनवाई नही हुई थी. कोर्ट ने सुनवाई के लिए मंगलवार का दिन तय किया था.
जिसके बाद मंगलवार को न्यायालय में विधायक की जमानत अर्जी पर सुनवाई हुई. इसके बाद कोर्ट ने अपना फैसला सुनाते हुए विधायक की जमानत अर्जी को खारिज कर दिया. एफटीसी/गैंगस्टर कोर्ट में कार्यरत सहायक जिला शासकीय अधिवक्ता अशोक पुंडीर ने बताया कि मंगलवार को विधायक की जमानत अर्जी पर न्यायालय में सुनवाई हुई. जिसके बाद कोर्ट ने विधायक की जमानत अर्जी खारिज कर दी.
अखिलेश ने पूरी तरह से किया नाहिद का बचाव
कैराना से सपा उम्मीदवार नाहिद हसन की गैंगस्टर एक्ट में गिरफ्तारी के बाद भारतीय जनता पार्टी अखिलेश यादव को घेर रही है तो खुद सपा अध्यक्ष ने अब अपने प्रत्याशी का यह कहकर बचाव किया है कि उन पर झूठे एफआईआर दर्ज किए गए हैं. सपा अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा सरकार में सपा के नेताओं पर बहुत से झूठे केस दर्ज किए गए. उन्होंने आजम खान का भी उदाहरण दिया और कहा कि नाहिद हसन को भी इसी तरह फंसाया गया है.
ऐसे में जब अखिलेश यादव से नाहिद हसन को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि सपा के कई लोगों के ऊपर झूठे मुकदमे हैं, इतने हैं जितना आप सोच नहीं सकते हैं. पार्टी के वरिष्ठ नेताओं पर भाजपा सरकार में झूठे मुकदमे किए गए हैं.