जिला पंचायत अध्यक्ष पद को लेकर सपा-बीजेपी आमने सामने
चंदौली. जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव (District Panchayat President Election) को लेकर शनिवार को चंदौली (Chandauli) कलेक्ट्रेट में भारी गहमा-गहमी व कड़ी सुरक्षा के बीच नामांकन की प्रक्रिया मुकम्मल हुई. इस दौरान बीजेपी (BJP) व सपा (SP) के अधिकृत उम्मीदवारों ने दिग्गज नेताओं के साथ नामांकन कर जीत का दावा किया. सर्वप्रथम बीजेपी प्रत्याशी दीनानाथ शर्मा ने जिलाध्यक्ष अभिमन्यु सिंह व विधायक सुशील सिंह के साथ तमाम दिग्गज भाजपाइयों संग आरओ के समक्ष नामांकन दाखिल किया. वहीं सपा उम्मीदवार तेज नारायण यादव के नामांकन में जिलाध्यक्ष सत्य नारायण राजभर के साथ पूर्व सांसद रामकिशुन यादव समेत सपा के राष्ट्रीय सचिव मनोज सिंह डब्लू भी शरीक हुए.
नामांकन के मद्देनजर पूरा कलेक्ट्रेट परिसर शनिवार को छावनी में तब्दील नजर आया. कलेक्ट्रेट जाने वाले रास्ते को बैरिकेडिंग करने के साथ ही भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया था. बीजेपी प्रत्याशी दीनानाथ शर्मा दोपहर 11 बजे भाजपाइयों के दल-बल के साथ कलेक्ट्रेट पहुंचे और चार सेट में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया. इस दौरान पूर्व अध्यक्ष छत्रबली सिंह व सरिता सिंह भी वहां मौजूद रहीं. इसके अलावा विधायक सुशील सिंह व साधना सिंह के अलावा बीजेपी से जीते जिला पंचायत सदस्यों के अलावा कई निर्दल जिला पंचायत सदस्य भी वहां मौजूद दिखे. इस दौरान बीजेपी के प्रत्याशी दीनानाथ शर्मा ने कहा कि क्षेत्र का विकास उनकी प्राथमिकता है, और इसीलिए वह जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव लड़ रहे हैं. उन्होंने कहा कि सभी दल के जिला पंचायत सदस्यों का समर्थन उनको मिल रहा है, और वह चुनाव जरूर जीतेंगे.
पार्टी की एकजुटता ही चुनावी जीत का मंत्र
वहीं दूसरी ओर सपा प्रत्याशी तेज नारायण यादव करीब डेढ़ बजे सपा नेताओं के साथ कलेक्ट्रेट पहुंचे. उनके साथ जिलाध्यक्ष सत्य नारायण राजभर के अलावा पूर्व सांसद रामकिशुन यादव, राष्ट्रीय सचिव मनोज सिंह डब्लू, विधायक प्रभुनारायण सिंह यादव, पूर्व विधायक पूनम सोनकर समेत कई दिग्गज नेता मौजूद थे. इसके अलावा समाजवादी पार्टी से जीत दर्ज करने वाले करीब एक दर्जन जिला पंचायत सदस्य भी मौजूद रहे. सपा प्रत्याशी तेज नारायण यादव ने पार्टी की एकजुटता की बात दोहराते हुए कहा की बीजेपी धनबल से चुनाव जीतना चाहती है. लेकिन पार्टी के 15 सदस्यों के अलावा 5 से 7 अन्य सदस्य संपर्क में है. वहीं प्राथमिकता बताते हुए कहा कि विकास समाजवादी पार्टी का मुद्दा रहा है. वहीं हमारी भी प्राथमिकता होगी.
बैकफुट पर गई बबिता यादव
वहीं समाजवाद को बचाने के नाम पर पत्नी को जिला पंचायत अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ाने का दावा करने वाले सपा नेता चंद्रशेखर यादव बैकफुट पर चले गए हैं. सपा उम्मीदवार तेजनारायण यादव के खिलाफ नामांकन फार्म खरीदने वाली नियामताबाद सेक्टर नंबर पांच की जिला पंचायत सदस्य बबिता यादव नामांकन करने नहीं पहुंची. इसी के साथ ही अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर चल रही तमाम अटकलों पर विराम लग गया. यह भी कह सकते हैं कि सपा ने समय रहते कुछ हद तक डैमेज कंट्रोल कर लिया है.जिला पंचायत सदस्य बबिता यादव ने नामांकन फार्म खरीदकर चुनावी सरगर्मी बढ़ा दी थी इसे लेकर लोग तरह – तरह के कयास लगा रहे थे.
किसी के पास नहीं जीत का जादुई आंकड़ा
पूरे दिन नामांकन को लेकर कलेक्ट्रेट परिसर में भारी गहमागहमी रही. दोनों ही दलों के नेताओं ने अपनी-अपनी जीत के दावे किए. सपा जहां पर्याप्त संख्या बल का हवाला देते हुए जीत का दावा कर रही है. वहीं बीजेपी अपने सरकार के कामकाज के बदौलत जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर जीत का दावा करती नजर आ रही है. फिलहाल जनपद में 35 जिला पंचायत सदस्य हैं. देखा जाए तो सपा-भाजपा के बीच पद को लेकर चल रही सीधी लड़ाई में बहुमत हासिल करने के लिए 18 का जादुई आंकड़ा प्राप्त करना जरूरी है. फिलहाल किसी भी उम्मीदवार के पास स्पष्ट बहुमत के आंकड़े नहीं है. लिहाजा दोनों ही दलों की निगाहें निर्दल व बसपा समेत अन्य छोटे दलों से विजयी जिला पंचायत सदस्यों पर टिकी हैं. ऐसे में तीन जुलाई को ही स्पष्ट होगा कि जीत का सेहरा किसके सिर बंधेगा.