पृथ्वी का एक क्षेत्र हुआ लाल, जीवन को लेकर बढ़ी चिंताएं
पृथ्वी का एक क्षेत्र बिलकुल लाल ग्रह की ही पाया गया है। शोधकर्ताओं ने अफ्रीका में एक ऐसे जलीय वातावरण का क्षेत्र खोजा है जहाँ जीवन की संभावना नामुमकिन है। इस अध्ययन के बारे में ‘नेचर इकोलॉजी एंड इवोल्यूशन’ नामक पत्रिका में प्रकाशित किया गया। इस खोज का मकसद जीवन की संभावनाओं को कम करने वाले घटकों के बारे में शुरुआती जानकारी हासिल करना है।
अध्ययन के मुताबिक अफ्रीका के इथियोपिया के डैलोल में जियो थर्मल क्षेत्र के गर्म और खारे तालाबों की हैं। इन तालाबों में किसी भी तरह के सूक्ष्म जीव तक मौजूद नहीं पाए गए। इथियोपिया के ये तालाब बहुत ज्यादा एसिडिक प्रॉपर्टी वाले भी हैं। इस कारण यहां जीवन पूरी तरह से असंभव है। अनुसंधानकर्ताओं के मुताबिक डैलोल के जियो थर्मल क्षेत्र में अत्यधिक खारे और अल्ट्रा एसिडिक तालाब पाये जाते हैं। शून्य (अतिअम्लीय) से लेकर 14(अत्याधिक क्षारीय) के मानक पर इस स्थान का पीएच शून्य से भी कम अर्थात नकारात्मक निशान तक पहुंच जाता है। यही कारण है कि यहां सूक्ष्म जीवों के पनपने की संभावना भी नहीं के बराबर है।
सबसे ज़्यादा गर्म है ये क्षेत्र
स्पैनिश फाउंडेशन फॉर साइंस एंड टेक्नॉलजी (एफईसीवाईटी) के शोधकर्ता वैज्ञानिकों ने बताया कि डैलोल क्षेत्र नमक से भरे ज्वालामुखी के मुख (क्रेटर) पर स्थित है। हाइड्रोथर्मल गतिविधियों के चलते इस क्रेटर से लगातार उबलता पानी और जहरीली गैसें निकलती रहती हैं। यहां तक कि सर्दियों में भी इस जगह का तापमान 45 डिग्री सेल्सियस से अधिक होता है। यह पृथ्वी पर स्थित सबसे गर्म वातावरण वाले क्षेत्रों में से एक है। हालाँकि पहले हुए अनुसंधान में यह बताया गया था कि इस दुरुह वातावरण में कुछ सूक्ष्म जीवों के पनपने की संभावना है।
लाल ग्रह जैसे हैं हालात
हालाँकि इस अध्ययन की सह-लेखिका लोपेज गार्सिया ने बताया, ‘पिछले अनुसंधानों की तुलना में हमने इस बार अधिक नमूनों की जांच की और पाया कि इन खारे, गर्म और अल्ट्रा एसिडिक तालाबों में सूक्ष्म जीवों के पनपने की भी संभावना शून्य है।’ गौरतलब है कि अध्ययन के बाद इस क्षेत्र को मंगल ग्रह जैसा माना जा चुका है। क्योंकि यहाँ की स्थितियां लगभग रक्ताभ ग्रह जैसी ही हैं।