आखिर बीसीसीआई को मिला नया बॉस, सौरव गांगुली ने सम्भाली कमान
एक लम्बे अंतराल के बाद बीसीसीआई को अपना नया बॉस मिल गया है | भारत के पूर्व दिग्गज कप्तान सौरव गांगुली बीसीसीआई की कुर्सी पर बैठ गए हैं | बीसीसीआई की एनुअल जनरल मीटिंग (AGM) में वह आधिकारिक रूप से बीसीसीआई के 39वें अध्यक्ष बन गए | गांगुली के पदभार संभालते ही सुप्रीम कोर्ट की ओर से गठित प्रशासकों की समिति का शासन भी खत्म हो गया | बता दें बीसीसीआई अध्यक्ष पद के लिए गांगुली का नामांकन सर्वसम्मति से हुआ था, जबकि गृह मंत्री अमित शाह के बेटे जय शाह सचिव, उत्तराखंड के महीम वर्मा उपाध्यक्ष, बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष और केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर के भाई अरुण धूमल कोषाध्यक्ष और केरल के जयेश जार्ज संयुक्त सचिव बने |
गांगुली का कार्यकाल 9 महीने का ही होगा और उन्हें जुलाई में पद छोड़ना होगा, क्योंकि नए संविधान के प्रावधानों के तहत छह साल के कार्यकाल के बाद कूलिंग ऑफ पीरियड शुरू हो जाएगा | वह 2014 में बंगाल क्रिकेट संघ के संयुक्त सचिव बने थे | ऐसे में 47 वर्षीय गांगुली जुलाई 2020 में कैब पदाधिकारी के तौर पर छह साल पूरा कर लेंगे | कूलिंग ऑफ पीरियड तीन साल का होता है और इस दौरान वह किसी पद पर नहीं रह सकते |
अपने जमाने में क्रिकेट के मैदान पर कई बड़े रिकॉर्ड बनाने वाले गांगुली ने अध्यक्ष की कुर्सी पर बैठते ही 65 साल पुराने महाराजकुमार भारत के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली है | दरअसल गांगुली बीसीसीआई अध्यक्ष बनने वाले दूसरे भारतीय कप्तान हैं | उनसे पहले 1954 में विजयनगरम के महाराजकुमार भारत के पहले ऐसे पूर्व कप्तान थे, जो बीसीसीआई अध्यक्ष बने थे |