जल्द ही खाद्य तेलों के और बढ़ेंगे दाम, कीमतें बढाएंगी आमजन की मुश्किलें
जल्द ही खाद्य तेलों के और बढ़ेंगे दाम, जानें क्या होगी नई कीमत
नई दिल्ली: सोने-चांदी व पेट्रोल-डीजल के बाद अब खाने वाले तेलों की कीमतों ने आम लोगों की कमर तोड़ दी है. इन दिनों खाने वाले तेल की कीमतों में बढ़त देखी गई है. बता दें जब से पॉम ऑयल के सबसे बड़े उत्पादक इंडोनेशिया के निर्यात पर बैन लगने के ऐलान से दुनिया में सबसे ज्यादा प्रयोग होने वाले खाद्य तेल की कीमतों में तेजी आ गई है. इसके साथ ही इसके आगे और महंगा होने की संभावना है. वायदा कारोबार में इंडोनेशिया के निर्यात बैन की घोषणा के बाद से ही पॉम ऑयल 6 फीसदी महंगा हो चुका है.
जानकारों के अनुसार भारत में आने वाले दिनों में पॉम ऑयल के दाम में 10 फीसदी की और उछाल आ सकता है. पॉम ऑयल की बढ़ती कीमतों का असर अन्य रिफाइंड ऑयल पर भी होगा. पॉम ऑयल समेत अन्य खाने वाले तेल पहले से बहुत ज्यादा महंगे हो चुके हैं. कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स डाटा से पता चलता है कि खाद्य तेलों की कीमतें सालाना आधार पर मार्च में 19 प्रतिशत बढ़ गईं.
खाने वाले तेलों के और बढ़ेंगे दाम
सॉल्वेंट एक्सट्रक्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अतुल चतुर्वेदी का कहना है कि इंडोनेशिया के निर्यात पर बैन लगाने से खाद्य तेलों की कीमतों में 10 फीसदी का इजाफा हो सकता है. पहले ही बढ़ी हुई कीमतों की वजह से भारत खाद्य तेलों का आयात बिल 72 फीसदी बढ़ गया है. भारत ने खाद्य तेलों के आयात पर वित्तवर्ष 2022 में 1.4 लाख करोड़ रुपये खर्च किए हैं जबकि इससे पिछले साल 82,123 करोड़ रुपये खर्च किए थे.
पॉम ऑयल की मांग सबसे ज्यादा
पूरी दुनिया में पॉम ऑयल की होने वाली सप्लाई में इंडोनेशिया का हिस्सा 60 फीसदी है. भारत समेत दुनिया के बहुत से देश अपनी जरूरत का अधिकतर पॉम ऑयल आयात ही करते हैं. पॉम ऑयल सोयाबीन व सूरजमुखी के तेल से काफी सस्ता है. इसलिए दुनिया में इसकी सबसे ज्यादा मांग है. दुनिया भर में पॉम ऑयल का सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है. कुल खाद्य तेलों की खपत में इसका हिस्सा 40 फीसदी है.
60 फीसदी खाद्य तेल का आयात करता है भारत
भारत अपनी जरूरत का 60 फीसदी खाद्य तेल आयात करता है. फरवरी में ही भारत ने क्रूड पॉम ऑयल के इम्पोर्ट पर टैक्स 7.5 फीसदी से घटाकर 5 फीसदी कर दिया था ताकि घरेलू बाजार में पॉम ऑयल के दामों पर काबू पाया जा सके. इंडोनेशिया के पॉम ऑयल के निर्यात पर प्रतिबंध लगाने के बाद से भारत में पैकेज्ड फूड व खाद्य तेलों के कीमतों में उछाल आने की संभावना जताई जा रही है.