ठाणे। बदलापुर यौन उत्पीड़न मामले के आरोपी अक्षय शिंदे के एनकाउंटर पर उसके परिजनों ने गंभीर सवाल उठाए हैं। परिजनों का कहना है कि पुलिस ने शिंदे पर दबाव डालकर यौन उत्पीड़न मामले में कबूलनामा देने के लिए मजबूर किया था।
अक्षय शिंदे की मां ने बताया कि उनका बेटा पटाखे फोड़ने से भी डरता था, ऐसे में यह विश्वास करना मुश्किल है कि वह गोली चला सकता है। उन्होंने पुलिस के एनकाउंटर को संदिग्ध बताते हुए इसकी स्वतंत्र जांच की मांग की। परिवार ने आरोप लगाया कि पुलिस ने बिना किसी ठोस कारण के शिंदे को मौत के घाट उतारा।
पिता ने कहा कि एनकाउंटर के बाद पुलिस ने परिवार को सूचित किया, लेकिन कोई सही जानकारी नहीं दी गई। उन्होंने यह भी कहा कि उनके बेटे को न्याय मिलना चाहिए था, न कि ऐसी निर्मम हत्या का शिकार बनाना चाहिए था।
परिजनों ने कहा कि यदि पुलिस के पास साक्ष्य थे, तो उन्हें न्यायालय में पेश करना चाहिए था, न कि एनकाउंटर का सहारा लेना चाहिए था।
इस मामले ने पुलिस की कार्रवाई पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं और अब देखना यह है कि इस संबंध में क्या कदम उठाए जाते हैं। परिवार ने न्याय के लिए उच्च अधिकारियों से संपर्क करने का निर्णय लिया है और इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है। इस घटनाक्रम ने न केवल स्थानीय समुदाय बल्कि मानवाधिकार कार्यकर्ताओं के बीच भी चिंता का विषय बना दिया है।