बेटा BJP विधायक, उसी सीट पर अखिलेश ने बाहुबली पिता को दे दिया टिकट, जानें
पिता-पुत्र के बीच सीधी लड़ाई देखने को मिल सकती है
आजमगढ़ : यूपी विधानसभा चुनाव में सत्ता के सिंहासन तक पहुंचने के लिए सभी दलों को मजबूत प्रत्याशियों की तलाश है. समाजवादी पार्टी ने आजमगढ़ में बड़ा दाव खेल दिया है. पार्टी ने चार बार सांसद व चार बार विधायक रहे रमाकांत यादव को फूलपुर पवई सीट से उम्मीदवार बनाया है. खास बात यह है कि रमाकांत यादव के पुत्र अरुणकांत यादव यहां से बीजेपी के विधायक हैं और उनका फिर इसी सीट से चुनाव लड़ना लगभग तय माना जा रहा है. ऐसे में इस बार यहां चुनाव दिलचस्प होता दिख रहा है. कारण कि यहां पिता-पुत्र के बीच सीधी लड़ाई देखने को मिल सकती है.
बाहुबली रमाकांत यादव पूर्वांचल के कद्दावर नेताओं
दरअसल, बाहुबली रमाकांत यादव की गिनती पूर्वांचल के कद्दावर नेताओं में होती है. वे फूलपुर विधानसभा क्षेत्र से चार बार विधायक और आजमगढ़ संसदीय सीट से चार बार सांसद रह चुके हैं. वर्ष 2019 में बीजेपी से टिकट न मिलने पर रमाकांत यादव ने कांग्रेस का दामन थाम लिया था और भदोही से लोकसभा चुनाव लड़े थे लेकिन उन्हें मात्र 26 हजार वोट मिला था. इसके बाद से रमाकांत यादव राजनीति में हाशिए पर दिख रहे थे. पिछले दिनों उन्होंने सपा ज्वाइन कर ली थी.
जौनपुर जिले की मल्हनी सीट से मैदान में उतारेगी
माना जा रहा था कि सपा उन्हें जौनपुर जिले की मल्हनी सीट से मैदान में उतारेगी ताकि धनंजय सिंह को कड़ी टक्कर दी जा सके लेकिन पार्टी ने सभी को चौंकाते हुए रमाकांत यादव को फूलपुर पवई सीट से प्रत्याशी बना दिया है. रमाकांत यादव को टिकट देकर सपा ने बड़ा दांव खेल दिया है लेकिन यहां पार्टी में अंतरकलह बढ़ सकती है. कारण कि पूर्व विधायक श्याम बहादुर यादव का रमाकांत यादव से 36 का आंकड़ा है. श्याम बहादुर भी टिकट की दावेदारी कर रहे थे.
वहीं जो सबसे अधिक दिलचस्प बात है कि रमाकांत यादव के पुत्र विधायक अरुणकांत यादव भी इसी सीट से ताल ठोकने की तैयारी में हैं. वह पूर्व में कह भी चुके हैं कि पिता लड़ें या कोई और लेकिन वे चुनाव जरूर लड़ेंगे. ऐसे में लड़ाई दिलचस्प होने की संभावना है. कारण कि पहली बार आजमगढ़ में ऐसा होगा जब पिता-पुत्र एक दूसरे के खिलाफ ताल ठोकते नजर आएंगे. वैसे मतदान यहां सातवें चरण में होना है लेकिन पिता-पुत्र के बीच कड़ी जंग की चर्चा जोरदार है.