कोरोना संक्रमण से बिगड़े हालात, 5 राज्यों के साथ स्वास्थ्य मंत्री आज करेंगे बैठक
नई दिल्ली. देश में कोरोना के बिगड़ते हालात के बीच देश के स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया (Mansukh Mandaviya) आज पांच राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ बैठक करेंगे. बता दें कि एक दिन पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने कोविड-19 (Covid-19) पर समीक्षा बैठक (Review Meeting) की थी. अब सोमवार यानी आज मनसुख मंडाविया कोरोना वायरस की स्थिति पर पर पांच राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश के साथ के साथ बैठक की अध्यक्षता करेंगे. आज जिन राज्यों के साथ मंडाविया बैठक करेंगे, उनके नाम हैं राजस्थान, महाराष्ट्र, गोवा, गुजरात, मध्य प्रदेश और और केंद्र शासित प्रदेश दादर नगर हवेली और दमन तथा दीव.
जिला स्तर पर स्वास्थ्य सेवाओं को बहाली के निर्देश
रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओमिक्रॉन के बढ़ते मामले को देखते हुए कोरोना पर स्थिति की समीक्षा के लिए देश के साथ बैठक की थी. बैठक में प्रधानमंत्री ने जिला स्तर पर पर्याप्त स्वास्थ्य सेवाओं को सुनिश्चित करने का आह्वान किया था. साथ ही किशोरों को मिशन मोड में वैक्सीन लगाने की अपील की थी. प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान में मोदी ने कहा, जहां पर कोरोना के ज्यादा मामले हैं, वहां सक्रियता के साथ सघन निगरानी होनी चाहिए और हरसंभव टेक्निकल सपोर्ट प्रदान करनी चाहिए. उन्होंने मास्क की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि महामारी के प्रसार को रोकने के लिए फिजिकल डिस्टेंसिंग और मास्क का कड़ाई से पालन होनी चाहिए.
महामारी के प्रसार को रोकने के लिए सर्वोत्तम प्रयासों पर बल
प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक प्रधानमंत्री ने कोराना वायरस के बदलते स्वरूप का उल्लेख करते हुए जांच और टीकों के अलावा ‘जीनोम सिक्वेंसिंग’ सहित अन्य संबंधित मामलों के शोध की आवश्यकता पर बल दिया. कोविड पर नियंत्रण के लिए मास्क के इस्तेमाल और उचित दूरी के पालन की जरूरत को रेखांकित करते हुए उन्होंने हल्के व बगैर लक्षण वाले संक्रमण के मामलों में घरों में पृथकवास की जरूरत पर बल दिया. प्रधानमंत्री ने वीडियो कांफ्रेस के माध्यम से हुई इस बैठक में कोविड मामलों के प्रबंधन के साथ, गैर कोविड स्वास्थ्य सेवाओं को जारी रखने का भी आह्वान किया और कहा कि राज्यवार परिदृश्यों और उनके द्वारा किए जा रहे सर्वोत्तम प्रयासों तथा सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रतिक्रिया पर चर्चा करने के लिए मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक बुलाई जानी चाहिए.