Sitapur: रहस्यमयी बुखार से खौफ में ग्रामीण, अब तक 50 मौत
सीतापुर. पश्चिम यूपी के बाद अब सीतापुर (Sitapur) जिले में वायरल और डेंगू (Viral/Dengue) का प्रकोप देखने को मिल रहा है. जिला मुख्यालय से करीब 20 किलोमीटर दूर बसेती गांव के वाशिंदे रहस्यमयी बुखार से खौफजदा है. बसेती गांव के वाशिंदे इस समय वायरल के डंक से परेशान हैं. आलम यह है कि गांव के अधिकांश लोग चाहे बच्चे हों या फिर जवान और बुजुर्ग हर कोई बुखार की चपेट में है. रहस्मयी बुखार को लेकर लोगों में इतनी दहशत है कि जरा सी भी किसी के बदन का तापमान बढ़ा तो परिवार के लोगों के माथे पर चिंता की लकीर साफ दिखने लगती है. गांव वालों की माने तो अब तक करीब 50 से अधिक लोगों की मौते हो चुकी है.हालांकि गांव वाले यह आंकड़ा पिछले एक माह के दौरान की बता रहे हैं. वहीं डॉक्टर यह आंकड़ा15 से 20 होने का दावा कर रहे हैं.
डॉक्टर गांव में बुखार को लेकर मेडिकल कैम्प लगवाने व दवा का छिड़काव करवाने की बात कह रहे हैं. वहीं ग्रामीणों का कहना है कि गांव में डॉक्टरों की टीम महज एक बार ही आई है. फिलहाल जो कुछ भी हो गांव वाले रहस्मयी बुखार से दहशत के साये में जीने को विवश हैं. शायद ही गांव का ऐसा कोई घर हो जिसमें कोई सदस्य बुखार से पीड़ित न हो. वहीं जिला अस्पताल में भी दर्जनों मरीज भर्ती है.
ग्रामीणों का ये है आरोप
ग्रामीणों की मानें तो इस बुखार के आने के बाद पहले ठंड लगती है, फिर बुखार तेजी से बढ़ता है. जिसके चलते कई ग्रामीणों को अपनी जान गंवानी पड़ी. ग्रामीण बताते हैं कि दवा खाने के बाद बुखार उतर जाता है, लेकिन कुछ समय बाद फिर तेजी के साथ बुखार आ जाता है. वायरल की चपेट में बच्चे भी है. इतना ही नहीं ग्रामीणों का कहना है कि डॉक्टर्स की टीम गांव में नहीं आ रही है. बसेती गांव में वायरल कहर बनकर टूट रहा है. ग्रामीण बता रहे हैं कि गांव में कई मौतें वायरल से हो चुकी है, वहीं गांव में जगह-जगह गंदगी भी देखने को मिली है.
सीएचसी अधीक्षक बोले मलेरिया के लक्षण
वहीं सीएचसी अधीक्षक एलिया डॉ मनीष गुप्ता ने बताया कि गांव में कैंप कराया जा चुका है. दवाइयां भी गांव में बंटवाई जा चुकी है. सीएचसी अधीक्षक का यह भी कहना है कि गांव में सिर्फ 15 से 20 लोग ही वायरल की चपेट में है, जब कि हकीकत इससे अलग है. डॉक्टर मनीष का कहना है कि यह मलेरिया के लक्षण हैं और हम पूरी निगरानी रखे हुए हैं.