राष्ट्र, धर्म, समाज कल्याण को समर्पित महामंडलेश्वर का रजत जयंती समारोह- स्वामी भवानीनन्दन यति
गाजीपुर, अध्यात्म जगत में एक तीर्थ स्थल के रूप में विख्यात हो चुके लगभग 700 वर्ष प्राचीन सिद्धपीठ हथियाराम मठ के पीठाधीश्वर व जूना अखाड़े के वरिष्ठ महामंडलेश्वर स्वामी भवानीनंदन यति के सिद्धपीठ पर दायित्व निर्वहन के 25 वर्ष पूरे होने पर तीन दिवसीय रजत जयंती समारोह का आयोजन किया गया है।
इस दौरान सिद्धपीठ की अधिष्ठात्री देवी बुढ़िया माई सहित सिद्धपीठ मठ का भव्य श्रृंगार पूजन, महारुद्र स्वाहाकर महायज्ञ, शतचंडी महायज्ञ, द्वादश ज्योतिर्लिंग भव्य श्रृंगार एवं रुद्राभिषेक पूजन के साथ ही महामृत्युंजय यज्ञ सहित कथा, प्रवचन, भजन कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। जो राष्ट्र धर्म व समाज कल्याण को समर्पित होगा। उक्त बातें आयोजन से पूर्व विशेष भेंटवार्ता में पीठाधीश्वर स्वामी भवानीनंदन यति जी महाराज ने बताया।
उन्होंने बताया कि 16 मार्च मंगलवार से प्रारंभ होकर 18 मार्च गुरुवार तक चलने वाले इस तीन दिवसीय समारोह में विभिन्न धार्मिक अनुष्ठानों का आयोजन किया गया है।
इसके साथ ही वैश्विक महामारी कोरोना से समाज को मुक्ति दिलाने के निमित्त व विश्व स्वास्थ्य कल्याण के लिए महामृत्युंजय यज्ञ का भी आयोजन किया गया है। जो राष्ट्र धर्म समाज कल्याण को समर्पित होगा। श्री यति जी महाराज ने बताया कि इस कार्यक्रम में राजनैतिकगण, सामाजिक हस्तियों, शिष्य समुदाय के साथ ही गणमान्य से जनसामान्य तक को आमंत्रित किया गया है। इसके साथ ही इस कार्यक्रम में देश के अलग-अलग शहरों से प्रमुख धर्माचार्य व महामंडलेश्वर भी उपस्थित होंगे।
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इस रजत जयंती समारोह का समापन 18 मार्च गुरुवार की दोपहर पूर्णाहुति महायज्ञ, आशीर्वचन समारोह के साथ ही महाप्रसाद वितरण भव्य भंडारा के साथ किया जाएगा।
गौरतलब हो कि लगभग 700 वर्ष प्राचीन आध्यात्मिक क्षेत्र में ख्यातिलब्ध सिद्धपीठ हथियाराम मठ के शिष्य श्रद्धालु काफी बड़ी संख्या में पूर्वांचल के विभिन्न जनपदों के साथ ही बिहार, मध्यप्रदेश के इंदौर, सतना, ग्वालियर व महाराष्ट्र, प. बंगाल, उत्तराखंड सहित देश के कोने कोने में रहते हैं। जो अपने गुरु के रजत जयंती समारोह कार्यक्रम में आशीर्वाद लेने के लिए उपस्थित होंगे। इसके साथ ही जूना अखाड़े के वरिष्ठ महामंडलेश्वर गण, साधुसंत, धर्माचार्य भी उपस्थित होंगे।