नई दिल्ली सीट पर BJP के उम्मीदवार प्रवेश वर्मा को लेकर जूता विवाद

BJP ने हालांकि इस विवाद पर अपनी सफाई दी है। पार्टी का कहना है कि यह एक सामान्य कार्यक्रम था और किसी भी प्रकार का अपमान नहीं किया गया था।

नई दिल्ली सीट से भारतीय जनता पार्टी (BJP) के उम्मीदवार प्रवेश वर्मा को लेकर नया विवाद खड़ा हो गया है। यह विवाद उनके एक सार्वजनिक कार्यक्रम से जुड़ा हुआ है, जिसमें उन्होंने महिलाओं को अपने हाथ से जूते बांटे और पहनाए। इस घटना ने राजनीतिक हलकों में तीखी प्रतिक्रिया पैदा की है। इसे लेकर विरोधी दलों ने उन्हें निशाने पर लिया है और उनके इस कृत्य को अपमानजनक बताया है।

घटना का विवरण

यह घटना उस समय की है जब प्रवेश वर्मा नामांकन से पहले एक प्रचार अभियान के तहत महिलाओं के बीच पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने अपने हाथ से महिलाओं को जूते बांटे और उन्हें पहनने के लिए कहा। इस घटना को देखकर वहां मौजूद लोगों की प्रतिक्रियाएं मिली-जुली थीं। जहां कुछ लोग इसे एक सामान्य प्रचार कार्यक्रम मान रहे थे, वहीं दूसरी तरफ कई लोग इसे महिलाओं के अपमान के रूप में देख रहे थे। विरोधी दलों ने इसे एक आपत्तिजनक कदम करार दिया है, और इसके लिए वर्मा की आलोचना की है।

राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों की प्रतिक्रिया

इस विवाद को लेकर विपक्षी दलों ने मोर्चा संभाल लिया है। कांग्रेस, आम आदमी पार्टी (आप) और अन्य विपक्षी नेताओं ने वर्मा के इस कृत्य की कड़ी निंदा की है। कांग्रेस ने इसे महिलाओं का अपमान बताते हुए BJP की चुनावी रणनीतियों पर सवाल उठाए हैं। आम आदमी पार्टी ने इसे एक “घटिया” और “निंदनीय” कदम कहा है, और इसे भाजपा के नैतिक पतन के रूप में पेश किया है। विपक्षी दलों का कहना है कि इस तरह की हरकतें चुनावी राजनीति को गिरा देती हैं और समाज में भेदभाव बढ़ाती हैं।

BJP की सफाई

BJP ने हालांकि इस विवाद पर अपनी सफाई दी है। पार्टी का कहना है कि यह एक सामान्य कार्यक्रम था और किसी भी प्रकार का अपमान नहीं किया गया था। भाजपा के समर्थकों का कहना है कि यह सिर्फ एक चुनावी रणनीति थी, जिसमें उम्मीदवार ने महिलाओं को सम्मान देने का प्रयास किया था। भाजपा ने यह भी कहा कि इस मामले में विपक्षी दल बिना कारण उटपटांग आरोप लगा रहे हैं और राजनीतिक लाभ लेने की कोशिश कर रहे हैं।

समाजिक दृष्टिकोण से आलोचना

यह घटना समाज में महिलाओं के प्रति सम्मान और संवेदनशीलता के मुद्दे पर चर्चा का कारण बन गई है। महिलाओं के अधिकारों और समानता के प्रति समाज में बढ़ते जागरूकता के बावजूद, इस प्रकार की घटनाओं से समाज में नकारात्मक संदेश जाता है। महिलाओं को इस प्रकार से व्यवहार करने का तरीका उचित नहीं माना जा सकता, क्योंकि यह उनके सम्मान को चोट पहुंचाने जैसा प्रतीत होता है।

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नई दिल्ली सीट से BJP उम्मीदवार प्रवेश वर्मा का महिलाओं को जूते पहनाने का विवाद राजनीतिक और सामाजिक दृष्टि से संवेदनशील मुद्दा बन गया है। इस विवाद ने ना केवल भाजपा की छवि को प्रभावित किया है, बल्कि समाज में महिलाओं के प्रति सम्मान को लेकर भी सवाल उठाए हैं। यह मामला दर्शाता है कि चुनावी रणनीतियां समाज में सम्मान और संवेदनशीलता के साथ होनी चाहिए, ताकि किसी भी व्यक्ति या समुदाय को अपमान का सामना न करना पड़े।

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