महाराष्ट्र में शिवसेना-कांग्रेस का गठबंधन घातक, बोले संजय
महाराष्ट्र में सरकार गठन के लिए राज्यपाल बी.एस. कोश्यारी ने शनिवार शाम बीजेपी को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया और पूछा कि क्या वह इसकी इच्छुक और इसमें सक्षम है? इसके बाद शिवसेना और कांग्रेस के नेताओं की तरफ से सरकार गठन को लेकर बयान आ रहे हैं। इनमे जहाँ शिवसेना नेता संजय राउत कांग्रेस के साथ मिलने का इशारा दिया, वहीँ कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने शिवसेना और कांग्रेस के गठबंधन को घातक बता दिया है।
बीजेपी पर निशाना साधते हुए शिवसेना नेता संजय राउत ने बीजेपी की तुलना हिटलर से कर दी। सामना के लेख रोकटोक में संजय राउत ने कहा कि पांच साल दूसरों को डर दिखाकर शासन करने वाली टोली आज खुद खौफजदा है। यह उल्टा हमला हुआ है। ऐसा जब होता है तब एक बात स्वीकार करनी चाहिए कि हिटलर मर गया है और गुलामी की छाया हट गई है। पुलिस और अन्य जांच एजेंसियों को इसके आगे तो बेखौफ होकर काम करना चाहिए। इस परिणाम का यही अर्थ है।
महाराष्ट्र दिल्ली का गुलाम नहीं
इसके साथ ही शिवसेना नेता संजय राउत ने महाराष्ट्र की राजनीति महाराष्ट्र में ही होने की बात कही। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र दिल्ली का गुलाम नहीं है। प्रधानमंत्री मोदी ने मुख्यमंत्री फडणवीस की सराहना की और उन्हें दोबारा मुख्यमंत्री बनने का आशीर्वाद दिया। लेकिन 15 दिन बाद भी फडणवीस शपथ नहीं ले सके क्योंकि अमित शाह राज्य की घटनाओं से अलिप्त रहे। ‘युति’ की सबसे बड़ी पार्टी शिवसेना ढलते हुए मुख्यमंत्री से बात करने को तैयार नहीं है। ये सबसे बड़ी हार है। इसलिए दिल्ली का आशीर्वाद मिलने के बाद भी घोड़े पर बैठने को नहीं मिला।
बीजेपी का मुख्यमंत्री नहीं, महाराष्ट्र का एकमुखी सुर
गौरतलब है कि इस बार महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री के चेहरे के फैसले को लेकर संजय राउत ने उद्धव ठाकरे और शरद पवार की भूमिका महत्वपूर्ण बताई। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के कई विधायक सोनिया गांधी से मिलकर आए हैं। उन्होंने भी सोनिया गांधी से कहा है कि महाराष्ट्र का निर्णय महाराष्ट्र को सौंपे। कुछ भी हो लेकिन दोबारा बीजेपी का मुख्यमंत्री न हो, यह महाराष्ट्र का एकमुखी सुर है। वहीँ रविवार को उन्होंने कहा कि अगर महाराष्ट्र में कोई और सरकार गठित नहीं कर पाता है, तो उनकी पार्टी अपनी अगली रणनीति की घोषणा करेगी। उन्होंने साथ ही कहा कि राजनीति उनके दल के लिए कोई कारोबार नहीं है।
कांग्रेस के सुर अलग
वहीँ दूसरी तरफ कांग्रेस नेता मिलिंद देवड़ा ने राज्यपाल से कांग्रेस-एनसीपी को सरकार बनाने के लिए न्योता देने की अपील की है। ऐसे में महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने शिवसेना और कांग्रेस के गठबंधन को ज़रूरी लेकिन घातक बताया। उन्होंने कहा कि ‘राज्य में कांग्रेस-एनसीपी की सरकार अभी सिर्फ ख्यालों में हैं। अगर हमें इन ख्यालों को हकीकत में बदलना है तो ये शिवसेना के समर्थन के बिना संभव नहीं होगा और अगर हम शिवसेना का समर्थन लेते हैं तो ये कांग्रेस के लिए घातक होगा।’