शिवराज सिंह चौहान पर बाकी था सवा लाख का बिल, जब मीडिया में आई बात तो…

मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान(Shivraj Singh Chouhan) के नाम करीब सवा लाख रुपए का बिजली का बिल कटा। दरअसल चौहान ने शहर के शेरपुरा में स्थित किराए के मकान का पिछले 6 वर्षों से बिजली बिल जमा नहीं कराया था। इसके बाद बिजली कंपनी ने उन्हें नोटिस जारी किया था।
सोमवार को कांग्रेस विधायक शशांक भार्गव(Shashank Bhargava) ने मीडिया के सामने पूरा मामला बताया। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान(Shivraj Singh Chouhan) ने शहर के शेरपुरा में स्थित अपने किराए के मकान का पिछले 6 वर्षों से बिजली बिल जमा नहीं कराया था। इस बिल की राशि 1 लाख 21 हजार रुपए हो गई थी। इसके बाद 13 सितम्बर को बिजली कंपनी ने मीटर कनेक्शनधारी लीलाबाई के नाम से नोटिस जारी कर 7 दिनों में बिजली बिल की बकाया राशि जमा करने के निर्देश दिए थे। सोमवार सुबह मामला मीडिया में आते ही आनन फानन में ये राशि जमा कराइ गई।
लीलाबाई के मीटर पर चौहान का बिल
गौरतलब है कि इस किराए के मकान का में मीटर लीलाबाई के नाम से लगा हुआ है। वहीं सब मीटर चौहान(Shivraj Singh Chouhan) ने ले रखा है, लेकिन वर्ष 2013 से उनके द्वारा बिजली बिल जमा नहीं किया गया था। इसी वजह से बिजली विभाग को नोटिस भेजना पड़ा। नोटिस में सप्ताह के भीतर बकाया राशि जमा नहीं कराने पर बिजली कनेक्शन काटने की चेतावनी दी गई थी। सोमवार की दोपहर को यह मामला मीडिया में आते ही 1 लाख 21 हजार रुपए की राशि बिजली कंपनी में जमा करा दी गई। विद्युत वितरण कंपनी के उप महाप्रबंधक अवधेश त्रिपाठी के मुताबिक दोपहर के समय बिजली बिल की राशि जमा करने को लेकर भोपाल से किसी व्यक्ति का फोन आया था। इसके बाद यह राशि मशीन के जरिए जमा कराई गई।
25 सालों से किराए के मकान का इस्तेमाल कर रहे हैं चौहान
इस मामले पर विधायक शशांक भार्गव ने बिजली बिल और नोटिस की कापी मीडिया को जारी करते हुए चौहान पर आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि पूर्व सीएम Shivraj Singh Chouhan द्वारा अपने प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए बिना बिल की राशि जमा किए बिजली का उपयोग किया जा रहा है। उनका कहना था कि शेरपुरा स्थित मकान में चौहान करीब 25 वर्षों से रह रहे हैं। लेकिन बिजली का बिल भरने का नाम नहीं ले रहे।
साथ ही उन्होंने बिजली कंपनी के तत्कालीन अधिकारियों पर कार्यवाही की मांग की। उन्होंने कहा कि बिजली बिल जमा नहीं करने पर कंपनी द्वारा 15 दिनों का नोटिस जारी किया जाता है। इसके बाद भी बिल राशि जमा नहीं करने पर कनेक्शन काट दिया जाता है। लेकिन वर्ष 2013 से वर्ष 2018 तक चौहान के बिल नहीं भरने पर भी कंपनी ने न कनेक्शन काटा और न ही राशि जमा कराई।