शिवपाल यादव ने बताया अखिलेश से क्यों किया गठबंधन, जानिए क्या कहा खुद बताई वजह
भाजपा सरकार को हटाने के लिए, अपनी पार्टी को कुर्बान करके सपा से सुलह कर ली
इटावा. प्रगतिशील समाजवादी पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने आखिर किन कारणों से अपनी पार्टी को कुर्बान करके समाजवादी पार्टी से सुलह कर ली? उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से ठीक पहले हुए सपा-प्रसपा के बीच गठबंधन और उसकी शर्तों को देखकर हर किसी के मन में यह सवाल उठ रहा था। हालांकि अब शिवपाल यादव ने खुद इसकी वजह का खुलासा किया है। इटावा पहुंचे शिवपाल यादव ने रविवार को यहां कहा, ‘क्षेत्र के लोगों और नेताजी मुलायम सिंह यादव की बात मानते हुए भाजपा सरकार को हटाने के लिए उन्होंने अपना पिछला अपमान बर्दाश्त किया और अपनी पार्टी को कुर्बान करके सपा से सुलह कर ली।’
गठबंधन को लेकर किया ये खुलासा
शिवपाल यादव ने साथ ही कहा, ‘भाजपा उन्हें शुरू से ही प्रलोभन दे रही थी. सामाजिक न्याय यात्रा के दौरान तो भाजपा ने केंद्रीय मंत्री व तीन एमएलसी बनाने तक का आफर दिया था, लेकिन परिवार की एकता पर सब कुर्बान कर दिया।’प्रसपा प्रमुख शिवपाल सिंह ने यहां बसरेहर ब्लॉक के क्षेत्रीय नेताओं की बैठक में जसवंतनगर विधानसभा सीट पर बड़ी जीत का दावा किया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि उनका इस क्षेत्र में कोई विरोध नहीं है।
इस बार सात चरणों में मतदान
बता दें कि उत्तर प्रदेश में इस बार सात चरणों में मतदान होना है. इसकी शुरुआत 10 फरवरी को पश्चिमी यूपी के 11 जिलों की 58 सीटों पर मतदान के साथ होगी। इसके बाद दूसरे चरण में राज्य की 55 सीटों पर मतदान होगा। वहीं, तीसरे चरण में 59, चौथे चरण में 60, पांचवें चरण में 60 सीटों, छठे चरण में 57 और सातवें चरण में 54 सीटों पर मतदान होगा। 10 फरवरी को पहले चरण के मतदान के बाद 14 फरवरी को दूसरे चरण, 20 फरवरी को तीसरे चरण, 23 फरवरी को चौथे चरण, 27 फरवरी को पांचवें चरण, 3 मार्च को छठे चरण और 7 मार्च को सातवें चरण के लिए मतदान होगा. वहीं, यूपी चुनाव के नतीजे 10 मार्च को आएंगे। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2017 में भाजपा ने 403 में से 325 सीटों पर जीत दर्ज की थी। सपा और कांग्रेस ने साथ मिलकर चुनाव लड़ा था. सपा ने 47 और कांग्रेस ने 7 सीटें ही जीती थीं। मायावती की बसपा 19 सीटें जीतने में कामयाब रही थी। वहीं, 4 सीटों पर अन्य का कब्जा हुआ था।