शिवपाल यादव ने बांद्रा स्टेशन की घटना को लेकर महाराष्ट्र और योगी सरकार पर साधा निशाना
मुंबई के बांद्रा स्टेशन पर हज़ारों लोगो की भीड़ देखने के बाद जहां एक तरफ महाराष्ट्र प्रशासन के होश उड़ गए वही दूसरी तरफ महाराष्ट्र की गठबंधन सरकार पर भी सवाल खड़े हो गए है। महाराष्ट्र की शिवसेना एनसीपी और कांग्रेस की गठबंधन सरकार से जहां विपक्ष और महाराष्ट्र पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस सवाल पूंछ रहे है। वही दूसरी तरफ महाराष्ट्र सरकार के आवास मंत्री जितेंद्र आव्हा़ड ने भी क्वारंटीन कर लिया हैं। लेकिन मुंबई के बांद्रा में लॉकडाउन खत्म होने की गलतफहमी के चलते हज़ारों लोगो का इकठ्ठा होना कई सवाल खड़े करता हैं। वही अब महाराष्ट्र का ये मुद्दा अब उत्तर प्रदेश की सियासत को भी गर्मा रहा हैं। प्रसपा अध्यक्ष शिवपाल यादव ने ना सिर्फ मुंबई में कोरोना वायरस के कोहराम के चलते हज़ारों लोगो के बांद्र स्टेशन पर जुटने के मामले की निंदा की हैं बल्कि महाराष्ट्र सरकार पर भी सवाल खड़े किए है।
प्रसपा अध्यक्ष शिवपाल यादव ने ट्वीट कर कहा हैं कि, ‘मुंबई व सूरत की सड़को पर उमड़ी मजदूरों की भीड़ देख कर ऐसा लगता है कि गरीब और वंचित तबका कोरोना की वंचना का शिकार हो गया है। लॉकडाउन की सफलता निश्चय ही समाज के वंचित तबके की न्यूनतम जरुरतों की आपूर्ति की सुनिश्चिचता व उनके सहयोग से ही संभव हैं’
साथ ही शिवपाल यादव ने महाराष्ट्र सरकार के बाद उत्तर प्रदेश की यूपी सरकार को भी नसीहत देते हुए ट्वीट किया कि ‘उत्तर प्रदेश सरकार को पंजीकृत व गैर पंजीकृत श्रमिक व दिहाड़ी मजदूरों और अंत्योदय परिवारों को न्यूनतम मासिक बेरोज़गारी भत्ता देने की व्यवस्था करनी चाहिेए। साथ ही सरकार द्वारा संचालित कम्युनिटी किचन को और भी अधिक सुदृण व पारदर्शी बनाए जाने की जरुरत हैं।’
शिवपाल यादव के ट्वीट को देखते हुए लगता हैं कि अब भतीजे अखिलेश यादव की तरह शिवपाल यादव ने भी योगी सरकार के खिलाफ झंडा बुलंद कर दिया हैं।