विधायक दल की बैठक में न बुलाए जाने से नाराज हुए शिवपाल, कही ये बात
विधायक दल की बैठक में न बुलाए जाने से नाराज हुए शिवपाल, बोले-चुनाव में पार्टी के लिए किया प्रचार
लखनऊ: सपा में एक बार फिर सियासी हलचल तेज हो गई है. क्योंकि सपा विधायक दल की बैठक में पार्टी के सीनियर नेता व सपा प्रमुख के चाचा शिवपाल यादव को नहीं बुलाया गया. इसके बाद शिवपाल यादव की तरफ से परिवार में जारी तनाव के संकेत दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव को सर्वसम्मति से नेता चुने जाने वाली विधायक दल की अहम बैठक के लिए उन्हें आमंत्रित नहीं किया गया.
शिवपाल यादव ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि उन्हें बैठक के बारे में कोई जानकारी नहीं है. उन्होंने सपा नेताओं से संपर्क करने का प्रयास किया, लेकिन उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं मिली. ऐसे हालात में उन्हें विधायक दल की बैठक में जाना सही नहीं लगा.
हालांकि जसवंत नगर सीट से सपा विधायक शिवपाल यादव ने कहा कि वह पार्टी की इच्छा के हिसाब से काम करेंगे, लेकिन बैठक में न बुलाए जाने पर उन्होंने हैरानी जताई. उन्होंने कहा कि इस बात से वह हैरान हैं कि सभी विधायकों को बैठक में बुलाया गया था, लेकिन उन्हें आमंत्रित नहीं किया गया. बैठक में न बुलाए जाने से काफी शिवपाल यादव ने कहा कि उन्होंने सपा के चुनाव चिन्ह साइकिल पर विधानसभा चुनाव लड़ा था. इसके साथ ही उन्होंने अखिलेश यादव की सीट करहल समेत कई अन्य जगहों पर पार्टी के लिए प्रचार भी किया था.
शिवपाल बैठक में न बुलाए जाने से खासा नाराज
सपा सुप्रीमों मुलायम सिंह यादव के छोटे भाई शिवपाल ने कहा कि वह नहीं जानते कि पार्टी के लिए काम करने के बाद भी उन्हें विधायक दल की बैठक के बारे में क्यों नहीं बताया गया. विधायक दल की बैठक में न बुलाए जाने से नाराज शिवपाल यादव ने कहा कि इस बारे में वह सपा के साथ ही अपनी पार्टी प्रसपा के समर्थकों से बात करेंगे. हालांकि उन्होंने आगे की योजना के बारे में कुछ भी कहने से मना कर दिया है. जानकारी के मुताबिक साल 2017 के बाद से अलग राहें चुनने के बाद इस विधानसभा चुनाव अखिलेश यादव व चाचा शिवपाल साथ आए थे.
सपा में फिर से बढ़ा तनाव
इससे पहले दोनों के बीच मनमुटाव की वजह से शिवपाल सिंह यादव ने 2019 लोकसभा चुनाव से पहले अपनी पार्टी प्रसपा लोहिया बनाई थी,लेकिन इस विधानसभा चुनाव वह एक बार फिर से अखिलेश यादव के साथ आ गए. साल 2022 विधानसभा चुनाव में दोनों ने मुलायम सिंह यादव के कहने पर संयुक्त मोर्चा बनाया था. विधायक दल की बैठक में बुलाए जाने से उनके बीच एक बार फिर से तनाव की खबरें सामने आ रही हैं.