हरदोई में बोले शिवपाल सिंह यादव, हमारे साथ आने से बौखला गई हैं बीजेपी

हरदोई में बोले शिवपाल सिंह यादव, 2022 में बीजेपी जाएगी अखिलेश यादव बनेंगी सीएम

लखनऊ: आगामी चुनाव को लेकर यूपी की सभी पार्टियों ने तैयारी कर ली. ऐसे में आज उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया के अध्यक्ष शिवपाल यादव ने कहा कि उनके और अखिलेश यादव के गठबंधन से बीजेपी दरी हुई है. क्योंकि जनता ने मन बना लिया है कि आने वाले समय में वह बीजेपी को हटाकर अखिलेश यादव को उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाएगी. उन्होंने कहा कि अब जब चुनाव सिर पर आ गया तो छापेमारी की जा रही है.यदि यह शुरुआत बड़े उद्योगपतियों के घर से होती तो अब तक बहुत सा काला धन सामने आ जाता. बता दें चाचा शिवपाल सिंह हरदोई के बिलग्राम कस्बा निवासी प्रसपा नेता राजेश यादव के घर श्रद्धांजलि सभा में पहुंचे थे जहां उन्होंने कहा कि भाजपा जान चुकी है जनता उनके खिलाफ है.

महंगाई भ्रष्टाचार से सभी लोग हैं परेशान

प्रसपा अध्यक्ष शिवपाल यादव ने कहा कि जनता महंगाई व भ्रष्टाचार से सबसे ज्यादा परेशान है. सरकार रोजगार दे नहीं पा रही है और कानून व्यवस्था भी ठीक नहीं है. ऐसी परिस्थितियों में जनता ने मन बना लिया है कि अबकी सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को मुख्यमंत्री बनाएगी तो इन सब मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए छापेमारी शुरू कराई गई है, वह भी तब जब चुनाव सिर पर आ गया है. शिवपाल यादव ने कहा कि 7 साल में काला धन नहीं आया, लेकिन अब चुनाव के दौरान कन्नौज व आसपास के जिलों में ही छापेमारी की जा रही है.

बड़े बिजनेसमैन के यहां की जाती तो निकलती ब्लैकमनी

प्रसपा सुप्रीमो शिवपाल सिंह ने कहा कि यदि छोटे-छोटे बिजनेसमैन के यहां इतना पैसा निकल रहा है तो देश के जो बड़े उद्योगपति हैं, यदि इनकम टैक्स की रेड वहां से शुरू होती तो पता नहीं कितना धन मिलता. शिवपाल ने कहा कि नोटबन्दी सहित जो भी निर्णय लिए गए, उससे जनता को कोई फायदा नहीं हुआ है. निर्णय ऐसे लेने चाहिए, जिससे जनता को फायदा हो.

शिवपाल सिंह ने कहा- अब साथ चलेंगे इस चुनाव

प्रसपा अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि हम और अखिलेश सहित सभी लोग मिलकर चलेंगे, अभी रणनीति बनानी है. क्योंकि अब हम जानते हैं, जो हमारा गठबंधन बना है, उससे बीजेपी डर गई है. अब वह बौखलाहट में कुछ भी बोल रही है. चाचा शिवपाल ने पीएम मोदी से लेकर सीएम तक चुनाव के लिए तड़प रहे हैं, जब इतना विकास कर दिया तो घर बैठे चुनाव तो जीत ही जाएंगे, फिर क्यों बौखला रहे हैं?

उत्तर प्रदेश में विधानसभा की तैयारी शुरू हो चुकी है. 403 सीटों वाली 18वीं विधानसभा के लिए ये चुनाव फरवरी से अप्रैल के बीच हो सकते हैं. इस 17वीं विधानसभा का कार्यकाल 15 मई तक है. 17वीं विधानसभा के लिए 403 सीटों पर चुनाव 11 फरवरी से 8 मार्च 2017 तक 7 चरणों में किए गए थे. इनमें करीब 61 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. इनमें 63 प्रतिशत से ज्यादा महिलाएं थीं, जबकि पुरुषों का प्रतिशत करीब 60 फीसदी रहा. चुनाव में भाजपा ने 312 सीटें जीतकर पहली बार यूपी विधानसभा में तीन चौथाई बहुमत हासिल किया है.

वहीं, अखिलेश यादव की अगुवाई में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस गठबंधन 54 सीटें जीत सका. इसके अलावा प्रदेश में कई बार सीएम रह चुकीं मायावती की बीएसपी 19 सीटों पर सिमट गई.

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