क्या अखिलेश यादव से फिर नाराज़ चल रहे है चाचा शिवपाल, जानें क्या कहते है सूत्र
वहीं बीते दिनों में शिवपाल सिंह यादव की नई जिम्मेदारी को लेकर कई तरह की अटकलें चली हैं. पहले उन्हें सपा का प्रदेश अध्यक्ष और फिर विधानसभा में नेता विपक्ष बनाए जाने की चर्चा चली
मैनपुरी उपचुनाव (Mainpuri Bypoll) के बाद प्रसपा का समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) में विलय हुआ था. जिसके बाद से सपा विधायक और पूर्व मंत्री शिवपाल सिंह यादव (Shivpal Singh Yadav) की नई भूमिका को लेकर तरह-तरह की अटकलें लग रह हैं. हालांकि सूत्रों के अनुसार मंगलवार को इन अटकलों पर ब्रेक लग सकता है. मंगलवार को शिवपाल यादव प्रयागराज (Prayagraj) में प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे. इस दौरान वे अपने पत्ते खोलेंगे.
सपा विधायक शिवपाल यादव अपनी नई भूमिका को लेकर मंगलवार को अपने पत्ते खोल सकते हैं. शिवपाल यादव मंगलवार को प्रयागराज में प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे. इस दौरान में सपा में अपनी नई भूमिका को लेकर चाचा शिवपाल सिंह यादव जानकारी साझा कर सकते हैं. दरअसल, मैनपुरी उपचुनाव की मतगणना के दिन शिवपाल यादव ने अपनी पार्टी प्रसपा का सपा में विलय कर दिया था. उस दिन अखिलेश यादव ने कहा था कि चाचा शिवपाल यादव को जल्द ही बड़ी जिम्मेदारी दी जाएगी.
हालांकि तकरीबन दो हफ्ते का वक्त बीतने के बावजूद अखिलेश यादव ने अभी शिवपाल की भूमिका साफ नहीं की है. वहीं शिवपाल यादव को अभी तक कोई जिम्मेदारी नहीं दी गई है. चर्चा है कि शिवपाल यादव इससे नाराज हैं. इस वजह से मंगलवार को वह मीडिया के तमाम सवालों का जवाब भी दे सकते हैं. देखना यह होगा कि चाचा शिवपाल यादव भतीजे अखिलेश का बचाव करते हैं या फिर उस पर तंज कसते हैं.
वहीं बीते दिनों में शिवपाल सिंह यादव की नई जिम्मेदारी को लेकर कई तरह की अटकलें चली हैं. पहले उन्हें सपा का प्रदेश अध्यक्ष और फिर विधानसभा में नेता विपक्ष बनाए जाने की चर्चा चली. इसके बाद इटावा और फिरोजाबाद से उनके लोकसभा चुनाव लड़ने की भी खबर सामने आई. हालांकि पार्टी के ओर से उनकी किसी भी भूमिका पर कोई बयान नहीं आया. लेकिन उनके बेटे आदित्य यादव ने कहा था कि जरूरी नहीं है कि उन्हें क्या मिलेगा और क्या नहीं मिलेगा. उन्हें क्या मिल गया है, ये देखने वाली बात है. जिसके बाद शिवपाल यादव के नाराज होने की बात पर ब्रेक लग गया है.